कर्नाटक में सवाल पूछने पर एक पत्रकार की बुरी तरह पिटाई कर दी गई। भाजपा नेता के समर्थकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच उससे धक्का-मुक्की की और पीटा। घटना से जुड़ा वीडियो किसी ने उस दौरान रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार सुबह यहां तुकमुर जिले में भाजपा जिला अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। स्थानीय चैनल का रिपोर्टर वहां कवरेज के लिए पहुंचा था। कॉन्फ्रेंस के बीच उसने कुछ कठिन सवाल पूछे, तो भाजपा नेता के समर्थकों ने उसे जमकर पीटा। पीड़ित पत्रकार ने इसके बाद न्यू एक्सटेंशन पुलिस थाने में शिकायत दी है। जानकारी पर पुलिस ने भाजपा नेता और उसके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पीड़ित पत्रकार का कहना है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के नाम पर उससे फंसाया गया। भाजपा नेता ने झूठ बोल कर उसे बुलाया था। वह जब होटल पहुंचा, तो वहां भाजपा के कार्यकर्ताओं के अलावा कोई और मौजूद नहीं था। न्यूज एजेंसी एशियन न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार जिस टीवी पत्रकार से मारपीट की गई है, उसने यहां अवैध खनन की रिपोर्टिंग की थी। पत्रकार से मारपीट के वीडियो में भाजपा के कार्यकर्ता पत्रकार के साथ धक्का-मुक्की और मार-पीट करते दिखते हैं। बता दें कि कर्नाटक में हुई इस घटना से पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में अज्ञात बाइक सवार युवकों ने एक पत्रकार की हत्या कर दी थी।

कानपुर जिले के बिल्हौर में गुरुवार को अज्ञात बाइक सवार चालकों ने पत्रकार को गोली मारी। नवंबर महीने में यह किसी दूसरे पत्रकार की हत्या थी। 22 नवंबर को त्रिपुरा में बंगाली (दैनिक) स्यन्दन पत्रिका के पत्रकार सुदीप दत्ता भौमिक की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के एक कांस्टेबल पर लगा था। 20 सितंबर को त्रिपुरा के मंदाई में पत्रकार शांतनू भौमिक को मौत के घाट उतार दिया गया था। वह तब इंडीजीनस पीप्लस फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) का एक आंदोलन कवर करने गए थे। वहीं, पांच सिंतबर को अज्ञात लोगों ने कर्नाटक के बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की उनके घर के बाहर हत्या कर दी थी।

गौरी लोकप्रिय कन्नड़ टेबलॉयड ‘लंकेश पत्रिका’ की संपादक थीं।