देश के टॉप क्लास के विश्वविद्यालयों में शुमार जवाहर लाल नेहरू केंद्रीय विश्वविद्यालय (JNU) में सोमवार को बवाल हो गया। छात्र बढ़ी फीस को लेकर सुबह-सुबह कैंपस में आंदोलन शुरू कर दिए। खास बात यह है कि आज ही वहां दीक्षांत समारोह है, जिसमें उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल  निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank)  शामिल हो रहे हैं। छात्रों का कहना है बढ़ी फीस से उनके सामने उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मुश्किलें आ रही हैं। छात्रों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती हैं तब तक वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।

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15 दिन से फीस वृद्धि वापस लेने की कर रहे मांग :छात्रों का कहना है कि वे पिछले 15 दिन से फीस वृद्धि वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जेएनयू में 40 फीसदी ऐसे छात्र हैं, जो बेहद गरीब घरों से आते हैं। वे बढ़ी फीस चुकाकर कैसे पढ़ाई कर पाएंगे। उनके सामने उच्च शिक्षा लेना बड़ी समस्या हो गई है। इसके अलावा हॉस्टल का सर्विस चार्ज और ड्रेस कोड भी एक बड़ी समस्या है। इससे छात्र-छात्राएं परेशान हैं।

प्रदर्शन से लगा जाम : सोमवार को विश्वविद्यालय का तीसरा दीक्षांत समारोह है। सुरक्षा कारणों से विश्वविद्यालय ने इस बार दीक्षांत समारोह का आयोजन वसंत कुंज स्थित ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन के सभागार में किया है। पुलिस ने समारोह स्थल से काफी पहले बेरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारी छात्रों को रोका हुआ है। इसकी वजह से नेल्सन मंडेला मार्ग पर जाम की स्थिति बन गई है। पुलिस ने छात्रों से दीक्षांत समारोह और यातायात व्यवस्था में बाधा नहीं डालने का अनुरोध किया है।

नया हॉस्टल मेन्यू भी हटाने की मांग : प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि फीस बढ़ोतरी को वापस लिया जाए। हॉस्टल में छात्रों से किसी भी तरह की सर्विस चार्ज नहीं लिया जाए। हॉस्टल में लागू ड्रेस कोड का भी छात्र विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह बंद होना चाहिए। इसके अलावा छात्रों की मांग है कि हॉस्टल में आने-जाने के लिए कोई समय सीमा नहीं होनी चाहिए और नया हॉस्टल मेन्यू को भी हटाया जाए।