सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें छठी क्लास में पढ़ने वाली 10 साल की बच्ची धरना प्रदर्शन में हिस्सा ले रही है और बेबाकी से अपनी बात रख रही है। वायरल वीडियो में लड़की देश के वीवीआईपी कल्चर को लेकर भी अपनी बात रख रही है। झारखंड के कोडरमा में स्क्रैप कार्य पर प्रशासन ने रोक दिया है, जिसके बाद मजदूरों की एक बड़ी आबादी इससे प्रभावित हुई है। इसी के विरोध में प्रदर्शन करने मजदूर पहुंचे थे जिसमें ये बच्ची भी शामिल थी। बच्ची का नाम समा परवीन है और वो छठी कक्षा में पढ़ती है।
झारखंड के कोडरमा में मजदूरों की बड़ी आबादी ढिबरा स्क्रैप का कार्य करती है और इसी से अपने जीवन का पालन-पोषण करती है। कुछ दिन पहले ही प्रशासन ने इस कार्य पर रोक लगा दिया और कुछ लोगों पर केस भी दर्ज कर लिया। प्रशासन ने समा परवीन के पिता के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया था। इसी को लेकर समा परवीन विरोध प्रदर्शन में पहुंची थीं।
वायरल वीडियो के अनुसार देश के वीआईपी कल्चर को लेकर समा परवीन कह रही हैं कि , “हम क्या प्रधानमंत्री की बेटी हैं जो हमको कष्ट नहीं रहेगा। हम लोग तो भी ढिबरा चुनकर अपना पेट पालते हैं , पढ़ते-लिखते हैं। हम लोग इसी तरह अपना भविष्य खराब करके रखे और डीसी और एसपी के बच्चे पढ़ लिखकर ऑफिसर बनेंगे। मेरे पापा पर झूठा मुकदमा किया गया है और जब तक उनपर से मुकदमा वापस नहीं होता, तब तक मैं यहीं पर रहूंगी।”
समा परवीन ने आगे कहा कि, “मेरे पापा दो-दो बार एसपी साहब को आवेदन दे चुके हैं लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई। मैं छठी कक्षा में हूं लेकिन ढिबरा बंद होने के कारण हम पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। क्या हम लोग इसी तरीके से अपना भविष्य बर्बाद करके रखें? डीसी और एसपी के बच्चे पढ़कर ऑफिसर बनेंगे और हम मजदूर के बच्चे इसी तरह से अनपढ़ रहेंगे।”
समा परवीन की इन बातों को सुनकर वहां पर मौजूद महिलाएं और पुरुष सभी तालियां बजाने लगते हैं और लड़की का हौंसला बढ़ाते हैं। लड़की ने यह भी कहा कि जब तक मेरे पापा पर से झूठा मुकदमा वापस नहीं होता तब तक मैं यहीं पर बैठी रहूंगी।