पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी का मामला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा। शुक्रवार (10 जून, 2022) को जुमे की नमाज के बाद कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। इस बीच झारखंड़ के रांची में भी प्रदर्शन के नाम पर जमकर बवाल हुआ है। शहर में आगजनी और तोड़फोड़ जैसी घटनाओं के चलते पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। पुलिस ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है।
इस मुद्दे को लेकर चल रही एक टीवी डिबेट में एंकर ने इस्लामिक स्कॉलर अतीकुर्रहमान से सवाल किया तो उन्होंने उल्टा चैनल पर ही आरोप लगा दिया कि इस तरह की खबरों को दिखाकर आग में घी डालने का काम हो रहा है। एंकर ने रांची हिंसा के एक वीडियो का हवाला देते हुए अतीकुर्रहमान से सवाल किया कि ऐसी नौबत क्यों आ गई कि अपने ही देश में एक पुलिस वाले को अपने सीनियर से कहना पड़ रहा है कि फोर्स भेज दीजिए नहीं तो मुझे यहां मारेंगे।
इतनी गर्माहट के माहौल में ऐसी खबरें दिखाना कहां की समझदारी- अतीकुर्रहमान
इस पर इस्लामिक स्कॉलर अतीकुर्रहमान ने कहा, “हिंसा का जस्टीफिकेशन कहीं से कहीं तक नहीं हो सकता। एक जमाना वो था हमारे देश में जब इस तरह की कोई छुट-पुट घटना हो भी जाती थी तो दूसरे दिन न्यूज पेपर में हम यह पढ़ते थे कि दो समुदाय के लोग आपस में लड़ पड़े। इस तरह हिंसा का प्रचार नहीं होता था। अब टीवी डिबेट के माध्यम से ये जो प्रचार होने लगा है, मैं सवाल उठा रहा हूं कि इतनी गर्माहट के माहौल में इन चीजों को खुलेआम दिखाना कहां की समझदारी है। यह तो आग में घी डालने काम हो रहा है।
अपने सीनियर से और पुलिस फोर्स भेजने की बात कर रहा पुलिस कर्मी
बता दें कि एंकर ने जिस वीडियो का हवाला देते हुए पैनलिस्ट से सवाल किया उसमें एक पुलिस कर्मी की आवाज सुनाई पड़ रही है। वह घबराते हुए अपने सीनियर से कह रहा है- “यहां पत्थर चल रहे हैं सर, मेरी कमर पर लगा है। मेरा फोन भी टूट गया। सर, और पुलिस फोर्स भेज दीजिए।”
बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयान को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कानपुर हिंसा के बाद अब यूपी, पंजाब और पश्चिम बंगाल में भी हिंसक विरोध प्रदर्शन की घटनाएं सामने आई हैं।