झारखंड के चतरा जिले में पुलिस ने एक ओझा (जादू टोने करने वाला व्यक्ति) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को बतया कि आरोपी के ओर से लकड़ी पर से भूत भगाने के लिए उसे बुरी तरह पीटा और अगरबत्तियों से जलाया गया है।

आरोपी ने भूत भगाने का किया था वादा: होली खेलने के बाद लड़की बीमार हो गयी थी। जिसके बाद लड़की के माता पिता के ओर से उसे ओझा के पास ले जाया गया। ओझा मौलाना मोहम्मद वाहिद ने लकड़ी पर उपरी चक्कर होने की बाद कह माता पिता को यकीन दिलाया था कि वह जादू टोने की मदद से लड़की को बिल्कुल पहले जैसा कर देगा। पुलिस ने बताया इस दौरान मौलाना की ओर से लकड़ी को जादू टोने की आड़ में प्रताड़ित किया गया है। उसको बुरी तरह पीटने के साथ चेहरे, होठ और हाथों को अगरबत्तियों से जलाया गया।

रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया: पुलिस ने बताया कि ओझा ने चार दिनों तक लड़की को प्रताड़ित किया है, जिसके कारण लड़की अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है।  पहले नाबालिग लड़की को चतरा के सदर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। लेकिन लकड़ी की खराब हालत को देखते हुए उसे रांची के रिम्स में भर्ती करा दिया गया।

पॉस्को एक्ट की धारा लगाई: चतरा के एसपी राकेश रंजन ने बताया कि घटना लावालौंग प्रखंड मुख्यालय में कोलकोले पंचायत के संभे गांव की है। नाबालिग लड़की के परिवारजनों की ओर से एफआईआर दर्ज कराने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए 35 साल के मौलना मोहम्मद वाहिद को गिरफ्तार किया है। आगे कहा कि पुलिस ने उचित कार्यवाही करते हुए धारा 307 (हत्या की कोशिश) और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (Posco Act) के तहत केस दर्ज किया है।

इससे कुछ दिन पहले ही राजस्थान के उदयपुर जिले में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था जहां पर एक जादू टोने करने के लिए भोपे नाम के एक तांत्रिक को गिरफ्तार किया गया था। खमनोर क्षेत्र में 7 साल के बच्चे की आंख में तकलीफ होने पर उसके माता पिता तांत्रिक के पास गए थें। तांत्रिक ने जादू टोने के जरिए इसे ठीक करने की बात कही थी। लेकिन उसकी वजह से एक 7 साल के बच्चे की आंख तीन इंच तक बहार आ गयी।