Jharkhand Politics: अगले कुछ महीनो में महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसके चलते राज्य में सभी राजनीतिक दल अपनी चुनावी तैयारियों में बिजी हैं। इस बीच बीजेपी के एक बड़ा खेल करने की खबरें सियासी गलियारों में तैरने लगीं। इसमें दावा किया गया कि झारखंड में हेमंत सोरेन के दोबारा मुख्यमंत्री बनने और चंपई सोरेन के मजबूरन सीएम पद छोड़ने को लेकर चंपई सोरेन नाराज हैं और वह बीजेपी का रुख कर सकते हैं। इस बीच अब चंपई सोरेन ने दावा किया है कि उन्हें इन सारी बातों के बारे में कुछ भी नहीं पता है। सोरेन ने यह तक कहा है कि वह फिलहाल जहां हैं, वहीं रहेंगे।

दरअसल, बीजेपी में शामिल होने और पार्टी से नाराजगी को लेकर पत्रकारों से बात करने के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता औऱ राज्य के पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि यह सारी क्या अफवाहें फैल रही हैं, उन्हें इसके बारे में कुछ भी जानकारी ही नहीं है। सोरेन का कहना है कि हमें कुछ भी नहीं पता है, हम जहां हैं, वहीं हैं।

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Champai Soren बोले – जहां हैं, वहीं हैं

इसके अलावा जब चंपई सोरेन से पूछा गया कि उनके बीजेपी में जाने की खबरों में कितनी सच्चाई है तो इसको लेकर राज्य के पूर्व सीएम का कहना था कि हमें इस बारे में कोई खबर ही नहीं है तो हम सच और झूठ का आकलन ही कहां से करेंगे, क्योंकि इस बारे में तो कोई सच्चाई ही नही है। चंपई सोरेन ने इन सारी बातों को शरीर से खारिज करते हुए कहा कि वह जिस दल में है वह अभी वही ही है।

खुलकर नहीं खारिज की बीजेपी में जाने की बात

चंपई सोरेन का कहना है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं लेकिन इस मामले में सूत्र बताते हैं कि चंपई सोरेन के अलावा पूर्व विधायक लोबिन हब्रम भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। वहीं लोगों से बातचीत को लेकर चंपई सोरेन ने कहा कि हम जहां हैं हम वहां ठीक हैं हमको इस मामले में कुछ भी नहीं पता है दिलचस्प बात यह है कि इन सारी खबरों को लेकर चौपाई सोरेन पुख्ता तौर पर किसी भी बात का खंडन नहीं कर रहे हैं बल्कि उन्होंने अपने बयान में यह तक कह दिया कि हमको खुद नहीं पता हम किस जगह जा रहे हैं और किस जगह नहीं।

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सीएम पद छिनने से नाराज थे चंपई सोरेन?

इस मामले में सूत्र बताते हैं कि जब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मनी लांड्रिंग के केस में गिरफ्तार किया गया था तो उससे पहले हेमंत सोरेन ने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनवा दिया था वहीं सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद जब हेमंत सोरेन बाहर निकले तो उन्होंने फिर चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटकर सीएम पद की शपथ ले ली।

इस पूरे घटनाक्रम के चलते ही जमाने जा रहा है कि चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के चलते पार्टी से नाराज थे। ऐसे में अभी खुलकर तो चंपई सोरेन कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि अगर वह बीजेपी में जाते हैं, तो यह आदिवासी वोट बैंक के लिहाज से जेएमएम और कांग्रेस गठबंधन के लिए विधानसभा चुनाव में मुश्किलों भरा हो सकता है।