लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस लगातार ‘दल बदल’ से परेशान है। जहां महाराष्ट्र में पूर्व मुख्यमंत्री तक पार्टी का दामन छोड़ चुके हैं वहीं अब सिंहभूम (झारखंड) से पार्टी सांसद और झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा भी आज बीजेपी में शामिल हो गई हैं।
उन्होंने भाजपा के प्रदेश प्रमुख बाबूलाल मरांडी की उपस्थिति में भाजपा जॉइन की है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों हवाले से बताया कि वह प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए गठबंधन नाखुश हैं।
गीता कोड़ा के बारे में
गीता कोड़ा सिंहभूम (झारखंड) से कांग्रेस की सांसद हैं। उनके पति झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा हैं। इससे पहले वह जय भारत समानता पार्टी से जुड़ी थीं। वह जगननाथपुर विधानसभा से विधायक भी रही हैं।
बीजेपी को इससे क्या फायदा?
गीता कोड़ा अपने पति और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के साथ 2019 के आम चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गई थी। पूर्व सीएम मनी लॉन्ड्रिंग और आय से अधिक संपत्ति रखने के मामलों का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस को उनके पार्टी में आने से अनुसूचित जनजाति के वोट हासिल करने में बड़ी मदद मिली थी। हालांकि 2019 में झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से एनडीए ने 12 सीटें जीतीं थीं। जबकि सिंहभूम कोड़ा ने जीती थी। सिंहभूम, राजमहल, दुमका, लोहरदगा और खूंटी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम जिले में हो आदिवासी उपसमूह का प्रभुत्व है, जिसमें कोड़ा आते हैं। कोड़ा के पार्टी में शामिल होने से भाजपा हो समुदाय के भीतर अच्छा प्रभाव डाल सकती है।
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी क्यों छोड़ी गीता कोड़ा ने पार्टी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। गीता कोड़ा ने कहा,“कांग्रेस ने देश को बर्बादी की ओर धकेल दिया है। कांग्रेस केवल तुष्टीकरण की राजनीति करती है। एक तरफ वे दावा करते हैं कि वे सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि उन्हें किसी की परवाह नहीं है और उन्हें केवल अपने परिवार की चिंता है।”