झारखंड के देवघर में रविवार की रात हुए रोपवे हादसे में बचाव के दौरान एक और की जान चली गई है। प्रसिद्ध त्रिकुटी पहाड़ पर रोपवे में खराबी आने के कारण घटी दुर्घटना में कुल चार लोगों ने अपनी जान गवां दी है। वहीं 44 लोगों को बचा लिया गया है। 45 घंटे तक चले इस ऑपरेशन को वायुसेना और एनडीआरएफ की टीम ने अंजाम दिया।

मंगलवार को बचाव अभियान के दौरान भारतीय वायु सेना (IAF) के हेलिकॉप्टर से एक महिला गिर गई। देवघर दुर्घटना के बाद राज्य सरकार ने फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद मांगी थी। वायुसेना के हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया। ताजा जानकारी के अनुसार, बचाव अभियान अब समाप्त हो गया है और केबल कार की टक्कर के बाद फंसे 48 लोगों में से 44 लोगों को बचा लिया गया है। जबकि 4 लोगों की दुर्घटना में मौत हो गयी है।

मंगलवार को बचाव अभियान के दौरान एक महिला तब गिर गई जब उसे एक केबल कार से निकालकर लाया जा रहा था। गिरने के बाद महिला की मौत हो गई। इस बचाव अभियान के दौरान किसी व्यक्ति के गिरने की यह दूसरी घटना है। बचाव अभियान के दौरान सोमवार को भी एक शख्त हेलीकॉप्टर पर चढ़ाते समय गिर गया था। जिससे उसकी मौत हो गई थी।

झारखंड हाईकोर्ट ने दिए जांच के आदेश– देवघर के डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि रोपवे ट्रॉलियों की टक्कर के बाद हवा में फंसे 48 लोगों में से 18 को सोमवार को रेस्क्यू कर बचाया गया था। साथ ही ट्रॉलियों में फंसे हुए 30 लोगों को मंगलवार को निकाला गया। इस रिस्की रेस्क्यू ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना के दो Mi-17 हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगे थे। बचाव अभियान के दौरान घायल हुए 12 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

फंसे हुए कई पर्यटकों को कई घंटों तक भोजन और पानी के बिना रहना पड़ा था, क्योंकि तब बचाव दल उनकी केबल कारों तक नहीं पहुंच सके थे। दूसरी ओर देवघर रोपवे की घटना पर झारखंड हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। झारखंड हाईकोर्ट इस मामले में 26 अप्रैल को सुनवाई करेगी। इससे पहले राज्य को एक हलफनामे के जरिए विस्तृत जांच रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है।

सीएम ने दिए जांच के आदेश– बता दें कि सोमवार को यह घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई, जब रोपवे यात्रा के दौरान एक ट्रॉली-दूसरे ट्रॉली से टकरा गयी। जिसके बाद ट्रॉली एक चट्टान से टकरा गयी और एक तार टूट गया, जिससे ट्रॉली रुक गयी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को घटना की उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की थी।