झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर अबतक घोषित किए गए 72 उम्मीदवारों की सूची में अपना नाम नहीं पाकर पार्टी के नेता एवं झारखंड के मंत्री सरयू राय ने शनिवार (16 नवंबर) को कहा कि वह टिकट की भीख नहीं मांग सकते। बता दें कि भाजपा ने 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के चुनाव के लिए अबतक चार सूचियों में 72 उम्मीदवारों की घोषणा की है। ऐसे में सूची में नाम नहीं आने से राय ने नाराजगी जताते हुए यह बयान दिाय है। बताया जा रहा है कि राय ने अपने ही पार्टी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था इसलिए उन्हें टिकट नहीं दी गई है।

राय ने क्या कहा नाम घोषणा में देरी होने परः राय से जब यहां संवाददाता सम्मेलन में भाजपा द्वारा उनके नाम की घोषणा में देरी और अनिश्चितता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व से सीट की भीख मांगना मेरे लिए उपयुक्त नहीं है। इसलिए मैंने उनसे मेरे नाम पर विचार नहीं करने को कहा है।’ बता दें कि भाजपा ने राय समेत दस विधायकों को विधानसभा चुनाव के लिए फिर से टिकट नहीं दिया है।

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दाव पर राय का राजनीतिक करियरः बता दें कि राय राज्य की भाजपा नीत राजग सरकार में नागरिक आपूर्ति, खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री हैं। वह वर्तमान विधानसभा में जमशेदपुर (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। बीजेपी अपने ही पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप में राय को अलग करने की कोशिश में हैं। ऐसे में राय का राजनीतिक करियर दाव पर है।

अपने अगले कदम पर विचार करेंगे रायः मामले में जब राय से उनके अगले कदम और चुनाव लड़ने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई निर्णय लेने से पहले वह रविवार (17 नवंबर) को इस मुद्दे अपने समर्थकों के साथ चर्चा करेंगे। इसके बाद वह कोई फैसला लेंगे।

जमशेदपुर सीट से चुनाव लड़ने से किया इनकारः रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी की सूची में नाम नहीं आने पर राय के अन्य जगह से चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है। ऐसे में झारखंड मंत्री सरयू राय ने इस बात से भी इनकार किया कि जमशेदपुर (पूर्व) सीट से चुनाव लड़ने के लिए किसी दल ने उनसे संपर्क भी किया है। बता दें कि जमशेदपुर से मुख्यमंत्री रघुवर दास चुनाव लड़ रहे हैं।