बिहार की जनता से सीधा संवाद कर रहे जनता दल यूनाइडेट (जेडीयू) के नेता शरद यादव ने कहा है कि महागठबंधन हमने 5 साल के लिए किया था। 11 करोड़ लोगों का विश्वास टूटा है। उन्होंने कहा है कि मैं राज्य में यात्रा कर लोगों से बात करूंगा। यादव 10 से 12 अगस्त के बीच बिहार के 7 जिलों में जनता से संवाद स्थापित करेंगे। इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि जेडीयू अपनी पार्टी के संस्थापक शरद यादव पर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है। खबरों की मानें तो अगर शरद यादव झुकने के लिए तैयार नहीं होते हैं तो उन्हें पार्टी से बाहर का भी रास्ता दिखाया जा सकता है।
कभी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे शरद यादव आज पार्टी में लगभग दरकिनार हो चुके हैं। शरद यादव आज से पटना से जनता से सीधा संवाद कार्यक्रम की शुरूआत कर रहे हैं। उन्होंने में ट्वीट में लिखा है कि वे तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत सड़क मार्ग से जनता के बीच जाएंगे, और उनका ये कार्यक्रम जनहित में है। शरद यादव का कहना है कि उनके इस कार्यक्रम का मकसद लोगों से संवाद स्थापित करना है।
Gathbandan humne 5 saal ke liye kiya tha, 11 crore logon ka vishvaas toota: Sharad Yadav pic.twitter.com/kgviTPkg6s
— ANI (@ANI) August 10, 2017
I will undertake a yatra in the state and talk to the people: Sharad Yadav
— ANI (@ANI) August 10, 2017
बता दें कि जब से नीतीश कुमार ने बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है, शरद यादव इस फैसले के खुलकर खिलाफ हैं, उनका कहना है कि नीतीश कुमार को जनमत महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के लिए मिला था और उन्होंने इस बीजेपी के साथ सरकार बनाकर जनमत का अपमान किया है। नीतीश कुमार के खिलाफ शरद यादव की इस मुहिम को लालू यादव और उनकी पार्टी से पूरा समर्थन मिल रहा है। लालू यादव नीतीश के खिलाफ मोर्चा बनाने और आंदोलन शुरू करने के लिए शरद यदाव को पहले ही न्यौता दे चुके हैं। लालू यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार ने शरद यादव को धोखा दिया है, और किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए अगर पटना में शरद यादव पर हमला हो जाए। इधर जनता दल यूनाइटेड का कहना है कि शरद यादव को जो भी बात कहनी है उन्हें पार्टी प्लेटफॉर्म पर कहना चाहिए।

