बिहार की जनता दल यूनाइटेड पार्टी अब बिहार से निकलकर पूरे देश में जनाधार बढ़ाएगी। इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से होगी आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू एनडीए से अलग हटकर चुनाव लड़ेगी। वहीं इसके बाद यूपी के विधानसभा चुनाव में भी जेडीयू अलग होकर मैदान में उतरेगी। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी जेडीयू ने अपने प्रत्याशी उतारने की बात कही है। जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक यूपी तक वेब पोर्टल को दिए गए इंटरव्यू में इस बात की जानकारी दी है। जब उनसे ये पूछा गया कि बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश पर भी आपकी नजर है तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘बिहार के बाद सिर्फ उत्तर प्रदेश ही लक्ष्य नहीं है हम तो नॉर्थईस्ट में चुनाव जीत भी चुके हैं।’

उन्होंने कहा ‘हमने अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर में हम चुनाव जीत चुके हैं नागालैंड में चुनाव होने जा रहा है हम वहां का दौरा कर चुके हैं।’ ललन सिंह ने बताया कि ‘उत्तर प्रदेश में 2024 में हम लोकसभा चुनाव में उतरेंगे इसके अलावा 2027 का विधानसभा चुनाव भी हम यूपी में लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम लोगों से एक बड़ी चूक हुई जो हम लोगों ने साल 2017 में यूपी का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। अब हम लोग लगातार संगठन के विस्तार और उसे मजबूत करने का काम कर रहे हैं।’

हम सिर्फ बिहार में एनडीए के सहयोगी हैंः ललन सिंह
जब ललन सिंह से ये पूछा गया कि बिहार में तो आप एनडीए के सहयोगी हैं तो क्या आप यूपी में उसी सहयोगी की हैसियत से चुनाव लड़ेंगे या फिर अलग हटकर चुनाव लड़ेंगे तो ललन सिंह ने इस पर जवाब देते हुए कहा, ‘बिहार में हम एनडीए के सयहोगी हैं बाकी जगहों पर हमने एनडीए के साथ चुनाव नहीं लड़ा। अरुणाचल में हम एनडीए से अलग हटकर चुनाव लड़े मणिपुर में जब हम 6 सीटें जीतकर आए तो भी हमने एनडीए के साथ नहीं लड़ा था।’

देश में जनाधार बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैंः ललन सिंह
उन्होंने आगे कहा, यहां भी जब चुनाव होगा तब ये तय होगा कि हम किसके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ें। आज की तारीख में अगर हमारे पास ताकत नहीं होगी हमारा संगठन अगर मजबूत नहीं होगा, हमारे जनाधार नहीं होंगे तो गठबंधन में कोई हमें सीट क्यों देगा? तो आज हम जो प्रयास कर रहे हैं यहां पर वो संगठन को मजबूत करने का और जनाधार को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। आपको बता दें कि ललन सिंह जौनपुर के बाहुबली नेता धनंजय सिंह के साथ मैहर देवी धाम में दर्शन करने आए थे।