बिहार में होली के त्योहार और शिक्षकों के ट्रेनिंग की टाइमिंग को लेकर घमासान मचा हुआ है। इस बीच सरकार के ही एक एमएलसी ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी अधिकारी केके पाठक को घेरा है। इस पूरे मामले पर सियासत भी तेज हो गई है।
20,000 शिक्षकों की चल रही है ट्रेनिंग
बिहार में कक्षा 1 से 5 तक के करीब 20,000 शिक्षकों की ट्रेनिंग चल रही है और इसमें सभी को उपस्थित रहना अनिवार्य है। यह ट्रेनिंग होली पर शुरू हुई। आदेश दिया गया है कि अगर कोई शिक्षक ट्रेनिंग में शामिल नहीं होता है तो उसका एक हफ्ते का वेतन काटा जाएगा। होली के दिन कई टीचर शिक्षक ट्रेनिंग में शामिल नहीं हुए।
जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि राज्य में कार्यरत शिक्षकों को ट्रेनिंग देना जरूरी है लेकिन जब रमजान चल रहा हो, होली का त्योहार हो तो उसके देखते हुए ही कार्यक्रम बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षकों को होली मनाने का अधिकार नहीं है तो फिर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को अधिकार कैसे हैं?
केके पाठक को नीरज कुमार ने दिया चैलेंज
शिक्षा विभाग के सचिव केके पाठक पर बरसते हुए नीरज कुमार ने कहा कि वह भी एक दिन की छुट्टी ना लें, अगर उनमें हिम्मत हो। केके पाठक को चैलेंज देते हुए नीरज कुमार ने कहा कि उन्हें अन्य पदाधिकारियों की भी छुट्टी रद्द कर देनी चाहिए और बिहार के मुख्य सचिव को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
शिक्षक संघों में भी काफी नाराजगी
नीरज कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग के जितने अधिकारियों ने होली पर छुट्टी ली है, उनकी छुट्टी कैंसिल करनी चाहिए। बता दें कि केके पाठक के आदेश को लेकर शिक्षक संघों में भी काफी रोष है और नाराजगी व्यक्त की गई है। हालांकि शिक्षा विभाग अभी तक अपने आदेश से पीछे नहीं हटा है। केके पाठक नीतीश कुमार के करीबी अधिकारियों में से एक हैं। कई बार विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा उनके फैसले को लेकर उन्हें घेरा गया है लेकिन वह लगातार शिक्षा विभाग में बने हुए हैं।
