UP News: समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार (20 सितंबर) को आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी से चोरी की हुई किताबें मिली हैं। इन किताबों को यूनिवर्सिटी कैंपस में बनी लिफ्ट के स्पेस में चुनवा दिया गया था पुलिस ने जब इस दीवार को तोड़ा और स्पेस की तलाशी ली तो वहां से लगभग 400 साल पुरानी धार्मिक किताबें पाईं गईं।

जौहर यूनिवर्सिटी से बरामद की गई ये धार्मिक और साहित्यिक धरोहर हैं ऐसी बेशकीमती किताबें रामपुर के मदरसा-ए-आलिया से ये गायब हो गईं थीं और आरोप ये लगा था कि ये किताबें चोरी हो गईं। यूपी पुलिस ने इस मामले पर दो आरोपियों को रिमांड पर लिया है जिनमें से एक का नाम अनवर और दूसरे का नाम सालिम बताया जा रहा है। आरोपियों की निशानदेही पर इन किताबों को जब्त किया गया है। बताया जा रहा है कि इन किताबों को ओरिएंटल इंटर कॉलेज से चोरी किया गया था।

17वीं शताब्दी से ये किताबें रामपुर के नवाब की लाइब्रेरी में थीं

पहले इस कॉलेज को मदरसा आलिया लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता था। इसकी स्थापना 1774 में नवाब रामपुर ने की थी। इन किताबों की चोरी को लेकर साल 2019 में FIR दर्ज कराई गई थी। 17वीं शताब्दी से ये किताबें रामपुर के नवाब की लाइब्रेरी में थीं। जिसे बादे में मदरसा-ए-आलिया ने रखा था लेकिन जब जौहर यूनिवर्सिटी बनी तो इसी मदरसा-ए-आलिया की चोरी हुईं और कहा गया कि कुछ किताबें इसकी लाइब्रेरी में हैं लेकिन पूरी किताबें नहीं मिल पाईं थीं।

जानिए कैसे मिला किताबों का सुराग?

रामपुर की पुलिस ने अनवर और सालिम नाम के दो आरोपियों को कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। मदरसा आलिया के प्रिंसिपल ने पुलिस को इस बारे में भी बताया था कि उनसे चोरी की गई किताबों के बारे में भी पूछताछ करे तो शायद कुछ पता चल जाए। पुलिस ने जब प्रिंसिपल की शिकायत पर इनसे पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने बताया कि कुछ किताबें आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी के में लिफ्ट के पास की जगह में दीवारों में चुनवा दी गई हैं।