हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंगलवार को जाट आंदोलन के दौरान हिंसा से प्रभावित लोगों से मिलने रोहतक पहुंचे। लेकिन उन्हें यहां भारी विरोध का सामना करना पड़ा। पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाने पहुंचे खट्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। उन्हें काले झंडे दिखाए गए। मुख्यमंत्री ने जैसे ही बोलना शुरू किया वहां मौजूद लोगों ने ‘मुर्दाबाद-मुर्दाबाद’ नारे लगाने शुरू कर दिए। स्थानीय लोगों ने सीएम खट्टर पर सवालों की बौछार शुरू कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा के दौरान पुलिस प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नही की और खामोश बैठी रही।

ज्ञात हो कि जाट आंदोलन की शुरुआत रोहतक जिले के ही सांपला गांव से हुई थी और इस आंदोलन की वजह से सबसे ज्यादा तबाही रोहतक में ही हुई है।

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