कठुआ के सरकारी डिग्री कॉलेज में सोमवार को तनाव पैदा हो गया, छात्रों ने प्रदर्शन किया। छात्रों ने आरोप लगाया कि कुछ उपद्रवियों ने एक क्लास के अंदर पुलवामा हमले से संबंधित “उकसाने वाले शब्द” लिखे थे। 14 फरवरी को पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। “पुलवामा अटैक याद है न?” रविवार की छुट्टी के बाद जब कॉलेज सोमवार को खुला तो नॉन-मेडिकल ब्लॉक के क्लास रूम नंबर 18 के अंदर एक डेस्क पर नीली स्याही से लिखा हुआ पाया गया था। गुस्साए छात्र अपनी कक्षाओं से बाहर आ गए और प्रदर्शन करने लगे।
कठुआ एसएसपी श्रीधर पाटिल ने कहा, पुलिस भी मौके पर पहुंची और छात्रों को उनके क्लास रूम में लौटने के लिए शांत किया। बाद में, कॉलेज प्रशासन ने इस मामले में आंतरिक जांच कराने का आश्वासन दिया, पुलिस ने भी उपद्रवियों की पहचान करने के लिए पूछताछ शुरू कर दी है। इस बीच, कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि “पुलवामा हमला याद है न” लिखने का सकारात्मक अर्थ भी है, क्योंकि यह लोगों को शहीद सीआरपीएफ कर्मियों को याद करने के लिए कहता है। इसके अलावा, एक डेस्क पर “सर्जिकल स्ट्राइक याद है न” भी लिखा गया था। सोमवार को सुबह 9.30 बजे कॉलेज खोला गया और सुबह 11.30 बजे के आसपास विरोध शुरू हो गया, उन्होंने कहा कि पुलिस भी देख रही थी कि उन दो घंटों के दौरान क्या हुआ था।
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी के आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले में 5 अन्य जवान घायल हुए थे। आतंकी हमले के बाद घायल हुए 4 सीआरपीएफ जवानों को सोमवार 25 फरवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। अब भी एक जवान का इलाज चल रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं, एनआईए के मुताबिक पुलावामा अटैक में इस्तेमाल की गई गाड़ी का भी पता लगा लिया गया है। फरेंसिक और ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स की मदद से एनआईए ने हमले में इस्तेमाल हुई गाड़ी और उसके मालिक का पता लगाया है। यह गाड़ी मारुति सुजुकी की इको थी और इसका मालिक सज्जाद भट अनंतनाग जिले में स्थित बिजबेहरा का रहने वाला है।