जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की ओर से मंगलवार (31-मई-2022) को एक बार फिर से हिन्दुओं को निशाना बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक, जम्मू संभाग के कुलगाम जिले के एक स्कूल में पढ़ाने वाली 36 वर्षीय शिक्षिका रजनी बाला की गोपालपोरा इलाके में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि रजनी बाला सांबा जिले की रहने वाली है। गोली लगने के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गई और आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जहां उनकी मौत हो गई। इलाके की घेरा बंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
इस घटना की निंदा करते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि “यह दुखद है। निहत्थे नागरिकों पर हुए हालिया हमलों में एक और नाम जुड़ गया। निंदा और शोक के सभी शब्द खोखले हैं जब तक सरकार यह आश्वासन नहीं देती। हम चैन से नहीं बैठेंगे।” वहीं, पीडीपी की मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि “भारत सरकार की ओर से स्थिति सामान्य होने के दावों के बाद भी नागरिकों की हत्या हो रही है। यह बेहद चिंता की बात है। मैं इस कायरता पूर्ण हमले की निंदा करती हूं।”
जम्मू में आतंकियों की ओर से शिक्षिका की हत्या से दो हफ्ते पहले मध्य कश्मीर के बडगाम में ऑफिस में घुसकर कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या की गई थी, इस घटना को लेकर कश्मीरी पंडितों की ओर से 12 मई को विरोध प्रदर्शन भी किया गया था।
एक हफ्ते पहले बडगाम जिले में 35 साल सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर अमरीन भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में उनका 10 साल का भतीजा भी घायल हो गया था। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ‘लश्कर- ए- तैयबा’ ने ली थी।
सेना की कार्यवाही से बौकलाए आतंकी: जम्मू कश्मीर में सेना लगातार आतंकियों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। पिछले 24 घंटे में अवंतीपोरा और पुलवामा में 2-2 आतंकवादियों को मार गिराया है। चारों आतंकी जैश-ए – मोहम्मद से जुड़े हुए थे। पुलिस की ओर से बताया गया कि पुलवामा में मारा गया आतंकी इस महीने की शुरुआत में हुई पुलिस कांस्टेबल रियाज अहमद की हत्या में शामिल था।