केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सीआरपीएफ के काफिले पर घातक हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करने और अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने कल से राज्य का दो दिन का दौरा करेंगे। सिंह जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, शीर्ष असैनिक, पुलिस एवं सैनिक अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल होंगे और राज्य में मौजूद हालात, खास कर शनिवार को पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले के बाद पैदा हालात का जायजा लेंगे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उम्मीद की जा रही है कि केन्द्रीय गृहमंत्री को उग्रवाद और साथ ही सरहद पार से घुसपैठ से निबटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की ओर से किए जा रहे विभिन्न उपायों से अवगत कराया जाएगा।गृहमंत्री की ओर से गठित तीन लोगों की एक टीम अभी राज्य का दौरा कर रही और यह पता लगा रही है कि कहीं पुलवामा की घटना में कोई चूक तो नहीं हुई है।सिंह की बैठक में जम्मू-कश्मीर में अर्धसैनिक बलों के आवागमन के दौरान अपनाए जा रहे तौर-तरीकों पर भी चर्चा की जाएगी। केन्द्रीय गृहमंत्री दो जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के दो मार्गों पर किए गए सुरक्षा प्रबंधों का भी जायजा लेेंगे।

अमरनाथ यात्रा में हिस्सा लेने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केन्द्रीय गृहमंत्रालय के शीर्ष अधिकारी जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं।
अमरनाथ यात्रा के दो मार्गों पर 12,500 केन्द्रीय अर्धसैनिक कर्मी और राज्य पुलिस के 8000 कर्मी तैनात किए जाएंगे।सूत्रों ने बताया कि 48 दिन की अमरनाथ यात्रा को कोई खतरा नहीं है, लेकिन केन्द्र के सक्रिय समर्थन से राज्य सरकार ने तमाम सुरक्षा प्रबंध किए हैं। 25 जून को पुलवामा जिले में सीआरपीएफ काफिले पर हमले में आठ सीआरपीएफ कर्मियों की मौत हो गई थी और 25 अन्य घायल हो गए थे ।