राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या के चंद घंटे नहीं गुजरे कि पाकिस्तान ने अपनी डर्टी पॉलिटिक्स शुरू कर दी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट पर ट्वीट किये जाने के चंद घंटे बाद ही उनकी हत्या कई सवाल खड़े करती है। जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने पाक विदेश मंत्रालय को इस बयान पर कड़ी फटकार लगाई है। उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पाकिस्तान कश्मीर के बिगड़े हालत पर सियासत करने से कभी बाज नहीं आता है। बता दें कि श्रीनगर की प्रेस कॉलोनी में गुरुवार (14 जून) को अज्ञात बंदूकधारियों ने पुत्रकार शुजात बुखारी, उनके निजी सुरक्षाकर्मी और उनके ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी। शुक्रवार को उनकी अंत्येष्टि बारामूला में उनके पैतृक गांव खीरी में हुई। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, राज्य के लोकनिर्माण मंत्री नईम अख्तर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज, स्थानीय पत्रकारों और समाज के सभी वर्गों के लोगों ने भी अंतिम संस्कार में शिरकत की। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी यहां मौजूद रहीं।

शुजात बुखारी की हत्या की खबर 14 जून की रात को जैसे ही मीडिया में आई पूरी दुनिया में सनसनी मच गई। पहले तो पाकिस्तान ने इस घटना की निंदा की। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ मोहम्मद फैजल ने ट्ववीट किया, “ऐसी क्रूरता के पक्ष में कोई तर्क नहीं हो सकता है, इसकी जितनी निंदा की जाए, कम होगा। बुखारी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए विदेश विभाग ने कहा, हमारी संवेदनाएं और दुआएं उनके परिवार के साथ हैं।  ऊपरवाला उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दे।” इसके बाद डॉ मोहम्मद फैजल ने  फिर एक ट्वीट किया और लिखा, ” जम्मू कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट पर ट्वीट के कुछ ही घंटे बाद कश्मीरी पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या- बड़ा भयानक संयोग है, यह गंभीर सवाल उठाता है-भारत को जांच करनी चाहिए और तय करना चाहिए इस अपराध को अंजाम देने वाले कानून के शिकंजे में आएं।” बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने जम्मू कश्मीर में कथित मानव अधिकार उल्लंघन पर टिप्पणी की है और इसकी उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। भारत ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है।

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय का यह ट्वीट देखकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला पाक विदेश मंत्रालय पर भड़क पड़े। उन्होंने ट्ववीट किया, ” कश्मीर की संकट की घड़ी में राजनीति करने से पाकिस्तान कभी बाज नहीं आता, अब वे लोग ये थ्योरी चला रहे हैं कि शुजात बुखारी की हत्या इसलिए हुई क्योंकि उन्होंने मानव अधिकार रिपोर्ट पर ट्वीट किया था, शर्मनाक है।” अब्दुल्ला ने आगे कहा, ” यदि आपको शुजात की मौत पर राजनीति करनी ही थी तो आपको उनके नाम का सही उच्चारण लिखने की न्यूनत्तम मर्यादा का तो पालन करना ही चाहिए था, ये बुखारी है, बुखारा नहीं, या क्या आपसे इतनी उम्मीद भी बेमानी है।” बता दें कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पहले शुजात बुखारी को शुजात बुखारा लिखा था, बाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस ट्वीट को डिलीट कर फिर से ट्ववीट किया था।