जम्मू-कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री के विकास पैकेज के तहत इस अकादमिक सत्र से जम्मू को भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) मिलने जा रहा है। बाद में कश्मीर क्षेत्र में बाहरी परिसर खोला जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को जम्मू में एक अस्थाई परिसर में आइआइएम की स्थापना और संचालन के लिए मंजूरी दे दी। यह कैंपस ओल्ड गवर्नमेंट कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का होगा। इसका संचालन अकादमिक सत्र 2016-17 से होगा। अस्थाई परिसर में 2016 से 2020 तक इस परियोजना के संचालन की लागत 61.90 करोड़ रुपए होगी। इस साल पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम इन मैनेजमेंट में 54 लोगों को प्रवेश दिया जाएगा और चौथे वर्ष में कुल छात्र संख्या 120 तक पहुंच जाएगी।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद आधिकारिक बयान में कहा गया कि जम्मू में परिसर खोलने और कश्मीर क्षेत्र में बाहरी परिसर खोलने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे। स्थाई परिसरों से जुड़ी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके बाद परिसर स्थापित करने का काम शुरू होगा। इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत आइआइएम जम्मू सोसायटी के गठन को भी मंजूरी दे दी।
आइआइएम जम्मू का संचालन और प्रबंधन संचालन मंडल के साथ एक सोसायटी के जरिए किया जाएगा। इसका गठन केंद्र सरकार द्वारा किया जाएगा। यह बोर्ड संचालन के प्रशासन का काम देखेगा और संस्थान की स्थापना व संचालन के लिए जिम्मेदार होगा। यह जम्मू-कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री के विकास पैकेज का हिस्सा है। इस समय देशभर में कुल 19 आइआइएम हैं। इनमें से 13 आइआइएम अमदाबाद, बेंगलूरू, कोलकाता, लखनऊ, इंदौर, कोझिकोड, शिलांग, रांची, रायपुर, रोहतक, काशीपुर, त्रिची, उदयपुर में हैं। अन्य छह आइआइएम वर्ष 2015 में शुरू किए गए। ये अमृतसर, सिरमौर, नागपुर, बोधगया, संबलपुर और विशाखापत्तनम में हैं।