जम्मू कश्मीर में आतंकी और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। यह मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में हुई। मारे गए दोनों आतंकवादी, आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे और इसमें से एक आतंकवादी पाकिस्तानी था। मुठभेड़ में मारे गए पाकिस्तानी आतंकवादी का नाम हैदर है और पिछले 2 वर्षों से यह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था और इसने कई आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया है।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया, “लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन के पाकिस्तानी आतंकवादी हैदर और एक स्थानीय आतंकवादी चल रहे मुठभेड़ में फंस गए। हैदर उत्तरी कश्मीर में 2 साल से अधिक समय से सक्रिय था और कई आतंकवादी अपराधों में शामिल था। फंसे हुए दोनों आतंकवादी मारे गए। हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। अभी भी तलाशी ली जा रही है।”
आईजीपी विजय कुमार ने आगे बताया, “पाकिस्तानी आतंकवादी हैदर बांदीपोरा में हाल ही में हुए 2 आतंकी अपराधों में शामिल था। पिछले वर्ष 10 नवंबर 2021 की घटना में SgCT मोहम्मद सुल्तान और सीटी फ़याज़ ने शहादत प्राप्त की। जबकि दूसरी घटना 11 फरवरी 2022 को हुई थी जिसमें एसपीओ जुबैर अहमद शहीद हुए थे और बीएसएफ के 1 एएसआई सहित 3 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।”
मुठभेड़ में मारा गया दूसरा आतंकवादी कुलगाम का ही रहने वाला था और इसने स्थानीय नागरिक की हत्या भी की थी। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि मारा गया दूसरा आतंकवादी स्थानीय नागरिक है और कुलगाम का रहने वाला है, जिसका नाम शाहबाज शाह है। आतंकी शाहबाज ने 13 अप्रैल 2022 को अल्पसंख्यक समुदाय के एक नागरिक सतीश कुमार सिंह की हत्या की थी।
पिछले महीने अप्रैल में सेना ने जम्मू कश्मीर के संबंध में बताया था कि यहां पर 172 आतंकवादी सक्रिय हैं, जिसमें 79 आतंकवादी विदेशी हैं। सेना ने यह भी बताया था कि 15 स्थानीय युवा भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है, जो इसी वर्ष की शुरुआत में शामिल हुए हैं। सेना ने बताया था कि 79 स्थानीय और 77 विदेशी आतंकवादी कश्मीर में सक्रिय हैं। जबकि 14 स्थानीय और 2 विदेशी आतंकवादी जम्मू क्षेत्र में सक्रिय हैं। जनवरी से मार्च के बीच 15 स्थानीय पुरुष आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुए थे।