जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का निधन हो गया है। श्रीनगर के हैदरपुरा स्थित अपने निवास पर बुधवार की रात उन्होंने अंतीम सांसें ली। पीडीपी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर गिलानी के निधन पर दुख जताया है। वह मूल रूप से सोपोर जिले के रहने वाले थे। उनका जन्म 29 सितंबर 1929 को हुआ था। उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पाकिस्तान के लाहौर से की थी वह तीन बार सोपोर से विधायक चुने गए थे। उन्होंने जून 2020 में हुर्रियत छोड़ दिया था। वह हृदय, किडनी, शुगर समेत कई बीमारियों से पीड़ित थे।पिछले कई वर्षों से खराब स्वास्थ्य के कारण वह कम सक्रिय थे। गिलानी को पाकिस्तान अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाज चुका है।
गिलानी के निधन की खबर आने के बाद घाटी में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। हुर्रियत का गठन 1990 के दशक में किया गया था।अलगाववादी नेता गिलानी पर कई गंभीर मामले भी दर्ज थे। उनका पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया था। उन पर हवाला फंडिग, सीमा पार आतंकियों से पैसे लेकर उसे आगे कश्मीर में आग भड़काने के लिए इस्तेमाल करने में भी उनकी भूमिका रही थी। एनआइए, ईडी ने इन मामलों की जांच की थी जिसमें गिलानी के दामाद से भी पूछताछ हुई थी।