अमृतसर सेक्टर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश की कोशिश करते समय सीमा सुरक्षा बल ने एक घुसपैठिए को मार गिराया। एक अधिकारी ने शनिवार (13 जनवरी) को बताया कि बीएसएफ के ईएक्स-17 बटालियन ने कल रात करीब सात बज कर 55 मिनट पर सीमा चौकी रियर कक्कर में एक घुसपैठिए की संदिग्ध गतिविधि महसूस की। इसके बाद जवानों ने घुसपैठिए को चेतावनी दी। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हालांकि, वह आक्रामक हावभाव में सीमा की बाड़ की ओर बढ़ता रहा। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने गोली चलाई और वह मारा गया।’’ उन्होंने बताया, ‘‘घुसपैठिए के पास से करीब 600 पाकिस्तानी रूपये बरामद किए गए।’’ अधिकारी ने बताया कि करीब 30 वर्षीय घुसपैठिए का शव शाम में पाकिस्तानी रेंजर्स को सौंप दिया गया। बता दें कि सर्दी में भारत-पाकिस्तान सीमा पर घुसपैठ की घटना बढ़ जाती है। कुछ दिन पहले ही सुरक्षा बलों ने एक घुसपैठिए को मार गिराया था।
#JammuAndKashmir: Lance Naik Yogesh Muralidhar Bhadane, who was injured in ceasefire violation in Rajouri’s Sunderbani sector today and later succumbed to his injuries. pic.twitter.com/zuUIYl1h2X
— ANI (@ANI) January 13, 2018
इधर जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बिना किसी उकसावे के की गई गोलीबारी में सेना का एक जवान शनिवार को शहीद हो गया। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने सुंदरबनी सेक्टर में सीमा पार से भारतीय चौकियों पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी। इसपर नियंत्रण रेखा की रक्षा कर रहे भारतीय सैनिकों ने भी जोरदार और प्रभावी जवाब दिया। गोलीबारी में लांस नाइक योगेश मुरलीधर भडाने (22) गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। भडाने के परिवार में उनकी पत्नी हैं। भडाने महाराष्ट्र के धुले जिले के खलाने गांव के रहने वाले थे। यह घटना पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बीएसएफ के एक हेड कांस्टेबल की सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हत्या किये जाने के कुछ ही दिनों बाद हुई है। पिछले साल 31 दिसंबर को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर एक सैन्यकर्मी शहीद हो गया था। पिछले साल विगत एक दशक में संघर्ष विराम उल्लंघन की सर्वाधिक घटनाएं हुईं। इसमें 35 लोगों की मौत भी हुई। मरने वालों में 19 सैन्यकर्मी और चार बीएसएफकर्मी शामिल थे। भारत, पाकिस्तान के साथ 3323 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है। उसमें से 221 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और 740 किलोमीटर नियंत्रण रेखा जम्मू कश्मीर में पड़ती है।