जम्मू कश्मीर में लगातार आतंकी घटनाओं पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बावजूद आतंकी कहीं-न-कहीं कुछ घटनाओं को अंजाम देने में सफल हो ही जाते हैं। हाल ही में एक खबर सामने आई थी जिसने सभी को हैरान कर दिया था। यहां एक युवक ने पंजाब के दो मजदूरों को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा था लेकिन अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इसे सुरक्षाबलों के लिए एक अहम कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि आतंकी से पूछताछ में पाकिस्तान से उसके तार होने का पता चला है।

इस मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आतंकी का नाम आदिल मंजूर है। उसने ही पंजाब के दो मजदूरों अमृतपाल सिंह और रोहित मासी को 7 फरवरी की शाम श्रीनगर में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले में अमृतपाल सिंह की घटनास्थल पर मौत हो गई थी, जबकि रोहित मासी ने अगले दिन अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।

इस आतंकी घटना को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस के आईडी विधि कुमार बिर्डी ने जानकारी दी कि पुलिस ने इस केस को सॉल्व कर लिया है और जल्द ही मामले में चार्जशीट दायर की जाएगी। पुलिस ने बताया है कि वह कश्मीरी युवक सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कुछ हैडलर्स के साथ संपर्क में था। हालांकि, हैंडलर्स स्थानीय पाए गए तो उनके खिलाफ भी सख्त एक्शन लिया जाएगा। साथ ही आरोपी के परिवार के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मौजूद हैंडलर्स ने आरोपी को सोशल मीडिया के जरिए हमला करने के लिए आदेश दिए थे।

आईजीपी ने इस मामले में कहा कि उसे 4 फरवरी को इस हमले के लिए पिस्तौल मुहैया कराई गई थी, जो कि बरामद कर ली गई है। खास बात यह है कि आरोपी आदिल मूल रूप से श्रीनगर का रहना वाला है और उसका कोई आतंकी रिकॉर्ड नहीं रहा है। पुलिस ने सीधे तौर पर कहा है कि वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के हैंडलर्स से इन्फ्लुएंस हुआ था।

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि हमले को अंजाम देने के लिए पूरी साजिश पाकिस्तान में ही रची गई थी और आरोपी आदिल तो बस एक मोहरा था। उसके आका ने उसे सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी विचारों वाला बना दिया था, जिससे उसे आतंकी हमले के लिए प्रेरित किया जा सके।