कश्मीर के सोपोर जिले में आतंकियों ने बंद को नहीं मानने और इस दौरान सड़को पर बाहर निकलने के लिए एक स्थानीय के कार में आग लगा दी। बता दें कि आतंकियों ने मंगलवार (17 सितंबर) को इलाके में बंद का ऐलान किया था। इस बीच बंद के जगह जगह पोस्टर्स भी लगाए गए थे। वहीं इस घटना के बाद आस पास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके साथ सुरक्षा बल उन आतंकियों की लताश में भी जुट गए हैं। बता दें कि अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद घाटी में हालात सामान्य नहीं है। आए दिन छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं। ऐसे में आतंकियों द्वारा इस तरह की घटना से इलाके में तनाव और बढ़ गए हैं। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामलाः सैन्य सूत्रों के अनुसार, चार हथियारबंद आतंकियों ने मंगलवार को कार में जा रहे कुपवाड़ा निवासी बशीर अहमद खान को रास्ते में रोक लिया। इसके बाद उन्हें बाहर निकलने के लिए कहा और पूछा कि बंद के बावजूद भी वह गाड़ी क्यों चला रहे हैं। बता दें कि इसके बाद आतंकियों ने कथित तौर पर उसको पीटा। पिटने के बाद उसकी कार को आग लगा दी। घटना की खबर मिलते ही सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे तब तक आतंकी वहां से फरार हो गए थे।
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बंद के दौरान दुकाने रही बंदः बता दें कि बंद के दौरान कश्मीर के सिविल लाइंस, जवाहर नगर और लाल चौक में दुकाने बंद ही दिखी। आतंकियों ने स्थानीय को धमकाया था कि बंद के दौरान दुकाने न खोले। यही कारण है कि फरमान न मानने के बाद बशीर के कार को आग लगा दी गई थी।
कश्मीर की हालातः अनुच्छेद 370 के लागू होने के बाद घाटी में तनाव जैसा माहौल बना हुआ है। वहीं घाटी के सभी बड़े नेताओं को अभी भी नजरबंद कर रखा गया है। इसके साथ पूर्व मुख्यमंत्री तथा नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला पर रविवार (15 सितंबर) को लगे पीएसए के तहत कार्रवाई की गई है। उन्हें भी अन्य नेताओं के साथ नजरबंद किया गया है। बता दें कि घाटी में लैंडलाइन टेलिफोन सेवा को भी शुरु कर दिया गया है।
