jammu and kashmir: जम्मू कश्मीर के बारामुला, बांदीपोरा के अलोसा, कुलगाम जिले के कौसरनाग और जम्मू रेलवे स्टेशन से गुरुवार (27 अक्टूबर, 2022) को चार घटनाएं सामने आई हैं। बारामुला में आतंक विरोधी अभियान के दौरान सेना का एक जवान शहीद हो गया। बांदीपोरा के अलोसा में जहां कम तीव्रता वाला विस्फोट हुआ है। वहीं कुलगाम जिले के कौसरनाग के सामान्य क्षेत्र में अस्थान मार्ग पर मुठभेड़ हुई है। जिसमें एक आतंकवादी मारा गया, जबकि जम्मू रेलवे स्टेशन के पास मिले एक संदिग्ध बैग में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है।
जम्मू पुलिस ने बताया कि बांदीपोरा विस्फोट में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। अतिरिक्त सेना की टुकड़ी पहुंच गई है। साथ ही बांदीपुरा और कुलगाम में सर्च ऑपरेशन जारी है। बारामूला पुलिस ने कहा कि बारामूला जिले में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सेना का एक जवान शहीद हो गया, जबकि लश्कर-ए-तैयबा के एक स्थानीय आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के जम्मू रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को एक टैक्सी स्टैंड के पास मिले एक संदिग्ध बैग में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जीआरपी आरिफ रिशु ने बताया कि घटनास्थल से 18 डेटोनेटर और कुछ तार बरामद किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने जम्मू रेलवे स्टेशन पर टैक्सी स्टैंड के पास एक बैग बरामद किया। बैग में 2 बक्से में पैक विस्फोटक सामग्री मिली। 18 डेटोनेटर और कुछ तार बरामद किए गए। लगभग 500 ग्राम मोम-प्रकार की सामग्री बॉक्स में पैक की गई थी।
बता दें, बुधवार को कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) ने कहा था कि कश्मीरी पंडितों के 17 परिवारों ने अपने समुदायों पर टारगेट आतंकवादी हमलों के बीच मई के बाद दक्षिण कश्मीर में अपना घर छोड़ दिया है। इस साल पूरे कश्मीर में नागरिकों, अल्पसंख्यकों और प्रवासियों पर टारगेट हमलों में कम से कम 17 लोग मारे गए हैं। इनमें से तीन कश्मीरी पंडित थे।
कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति ने कहा कि नौ परिवार सोमवार को घाटी से चले गए। समिति ने कहा, ‘बुधवार कश्मीरी पंडितों के 9 और परिवार दक्षिण कश्मीर से घाटी छोड़ गए। 5 सितंबर 2022 से 17 कश्मीरी पंडित के परिवारों ने कश्मीर छोड़ दिया।”
