करीब ढाई महीने तक कई तरह के प्रतिबंध झेल चुके जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) पर एक बार फिर पुलवामा जैसा हमला (Pulwama Attack) होने की आशंका जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है। इसके बाद से ही यहां अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। खुफिया एजेंसियों ने सरकारी वाहनों को निशाना बनाए जाने की आशंका जताई है। यह हमला कश्मीर घाटी को देश से जोड़ने वाले हाइवे पर होने की आशंका है।

आतंकियों की पाक आर्मी-ISI से मीटिंगः एएनआई के मुताबिक, ‘स्थानीय लोगों की मदद से कार बम या आईईडी से हमले की साजिश रची जा सकती है।’ पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने नेशनल हाइवे पर हमले के संकेत भी दिए थे। लश्कर, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद की पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों के साथ कथित तौर पर कश्मीर में एक मीटिंग भी हुई है। इसमें पुलिस के जवानों और नेताओं को निशाना बनाने की साजिश रचे जाने की खबर मिली है।

यह है खुफिया इनपुटः खुफिया सूचना के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद को नेशनल हाइवे पर हमले की जिम्मेदारी मिली है, जबकि लश्कर को सुरक्षा व्यवस्था पर ही हमला करने की जिम्मेदारी मिली है। राज्य में पिछले करीब ढाई महीने से मोदी सरकार के बड़े फैसलों के चलते एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था काफी मजबूत थी। पूरे राज्य में और खासतौर से कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों का पहरा था।

गौरतलब है कि इसी साल फरवरी में पुलवामा के अवंतीपुरा में नेशनल हाइवे पर ही एक फिदायीन हमला हुआ था। विस्फोटक से लदी कार सीआरपीएफ के काफिले से जा टकराई थी, जिसमें एक बस के परखच्चे उड़ गए थे और उसमें सवार 39 जवानों समेत 40 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस हमले के बाद भारत ने भी पलटवार किया था और पाकिस्तानी जमीन पर पल रहे आतंकी ठिकानों को अंदर घुसकर नेस्तनाबूद किया था। तभी से दोनों देशों के बीच तनाव पहले की तुलना में और बढ़ गया।