Safety Of Common People In Jammu-Kashmir: जम्मू कश्मीर में हालात बेहतर होने का दावा करने के बीच सरकार ने माना है कि आतंकवादियों की धमकी की वजह से मीडिया के कई लोग वहां अपनी नौकरी छोड़ने को विवश हुए हैं। बुधवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय (Union Minister of State for Home Nityanand Rai) ने कहा, “कश्मीर में काम करने वाले आठ पत्रकारों को आतंकवादियों (Terrorists) से ऑनलाइन धमकी (Online Threat) मिली है और उनमें से चार ने कथित तौर पर अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। जिन मीडियाकर्मियों ने इस्तीफा दिया है, वे मीडिया हाउस ‘राइजिंग कश्मीर (Rising Kashmir)’ से ताल्लुक रखते हैं।”
Blog के माध्यम से Terrorists ने दी थी धमकी
गृह राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि इस संबंध में श्रीनगर के शेरगारी थाने में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने राज्य सभा में कहा कि श्रीनगर स्थित स्थानीय समाचार पत्रों के लिए काम कर रहे सभी आठ पत्रकारों (journalists) को आतंकवादी ब्लॉग “कश्मीर फाइट (Kashmir Fight) “के माध्यम से धमकी मिली थी।
मंत्री ने कहा कि सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है
मंत्री ने कहा कि सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) की नीति है और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मीडियाकर्मियों सहित सभी लोगों के जीवन को आतंकवादी खतरे और हमलों से बचाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें सक्रिय सुरक्षा व्यवस्था शामिल है। इसके तहत आतंकवादियों या उनके आकाओं (Terrorists Or Their Handlers) के हाथों किसी भी खतरे और प्रयास को विफल करने के लिए सुरक्षा ग्रिड (Security Grid) बनाया गया है। इसमें पुलिस, सेना, अर्धसैनिक बल और खुफिया एजेंसियां शामिल हैं, जो पूरे जम्मू-कश्मीर में तैनात रहती हैं।
सरकार ने संसद में कहा- जी20 की अध्यक्षता से वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनेगी
उधर, सरकार ने बुधवार को संसद में कहा कि जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान उसका प्रयास ‘वैश्चिक दक्षिण’ क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों सहित कई वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने तथा देश के ‘‘थ्री डी’’ यानी डेमोक्रेसी, डेवलपमेंट और डायवर्सिटी (लोकतंत्र, विकास और विविधता) को रेखांकित करने पर होगा।