राजस्थान के जैसलमेर के एक गांव में दो समुदायों के बीच विवाद हो गया। जैसलमेर के बासनपीर गांव में दो छतरियों को लेकर विवाद हुआ। दरअसल राजपूत समाज के लोग दो छतरियों का निर्माण करवा रहे थे। लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों ने इस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई। घटना के बाद भारी संख्या में पुलिस फोर्स को इलाके में तैनात किया गया।
दो दर्जन से अधिक लोगों को लिया गया हिरासत में
पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार बासनपीर गांव में रामचंद्र सिंह सोढ़ा और जुझार पालीवाल की छतरियां है। लेकिन कुछ साल पहले इन्हें कुछ आसामाजिक तत्वों ने ध्वस्त कर दिया था।
हालांकि इसके बाद समाज के लोगों ने दोनों समुदाय से बातचीत की और छतरियों का निर्माण कार्य शुरू हो गया। लेकिन आज फिर से बवाल हो गया। बताया जा रहा है कि पत्थरबाजी केवल पुरुषों ने ही नहीं, बल्कि महिलाओं और बच्चों ने भी की। जैसे ही पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को खबर मिली, तुरंत भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई।
एक पुलिसकर्मी भी घायल
इस पत्थरबाजी में एक पुलिसकर्मी भी घायल बताया जा रहा है। घायलों का इलाज जैसलमेर जिला अस्पताल में किया जा रहा है। इस पत्थरबाजी में जुझार संघर्ष समिति के गणपत सिंह भी घायल हुए हैं। उन्होंने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन की मौजूदगी में लोगों से मारपीट की गई और पुलिस ने कुछ नहीं किया। वहीं पुलिस ने कहा कि जिन्होंने भी पत्थरबाजी की है, उनकी पहचान की जा रही है और अभी स्थिति काबू में है।
इस घटना पर विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि मैं इस घटना की निंदा करता हूं और कल सुबह ही मैं गांव में पहुंच रहा हूं। रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, “आज जैसलमेर के बासनपीर गांव में जो घटना घटित हुई है, जिसमें अराजक तत्वों द्वारा प्राचीन स्थल व भाईचारे को खत्म करने के लिए हरकत की गई है, उसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। साथ ही कल सुबह मैं बासनपीर पहुंच रहा हूं। जैसलमेर जिला प्रशासन से निवेदन की सभी दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त से सख़्त कार्यवाही हो, ताकि सामाजिक सौहार्द और शांति व्यवस्था बनी रहे।”