राजस्‍थान के जैसलमेर जिले में मंगलवार दोपहर को जोधपुर जा रही एक निजी बस में आग लगने से 20 लोग जिंदा जल गए और 16 गंभीर रूप से झुलस गए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जैसलमेर बस दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मिलने जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल का दौरा किया। वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने घोषणा की कि प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

मंगलवार को एक्स पर सीएम शर्मा ने कहा, “जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचकर जैसलमेर बस दुर्घटना में घायल हुए लोगों और उनके परिवारों से मुलाकात की। डॉक्टरों से उनके इलाज की स्थिति के बारे में पूछताछ करने के बाद, मैंने उन्हें हर संभव चिकित्सा सहायता और सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मैं ईश्वर से सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।”

घायलों का महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज चल रहा

वहीं, जोधपुर के पुलिस आयुक्त ओम प्रकाश पासवान ने बताया, “16 घायलों को जैसलमेर से यहां लाया गया है। 15 घायलों का महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज चल रहा है और एक घायल का श्री राम अस्पताल में इलाज चल रहा है।” पुलिस ने बताया कि 57 यात्रियों को लेकर बस मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे जैसलमेर से रवाना हुई थी। जैसलमेर-जोधपुर राजमार्ग पर बस के पिछले हिस्से से धुआं निकलने लगा। चालक ने बस को सड़क किनारे रोका। हालांकि कुछ ही पलों में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।

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पीएम मोदी ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया

प्रधानमंत्री मोदी ने दुर्घटना में हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया है। PMO ने कहा, “प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।” प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक पोस्ट में कहा गया, “राजस्थान के जैसलमेर में हुई दुर्घटना में लोगों की मौत से व्यथित हूं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिजनों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”

जैसलमेर बस हादसा: सेना के जवान भी मदद के लिए आगे आए

दुर्घटना होते ही स्थानीय निवासी और राहगीर मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में मदद की। सेना के जवान भी मदद के लिए आगे आए। दमकल और पुलिस को सूचित किया गया और घायल यात्रियों को इलाज के लिए जैसलमेर के जवाहर अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी।

घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंगलवार रात जैसलमेर पहुंचे और अधिकारियों ने उन्हें घटना की जानकारी दी। जैसलमेर जिला प्रशासन ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही उसने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने अधिकारियों को घायलों के लिए तत्काल चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। जिला प्रशासन ने उन लोगों से अपील जारी की है जिनके परिवार के लोग बस में यात्रा कर रहे थे ताकि घटना में मारे गए लोगों की पहचान की जा सके। प्रशासन के अनुसार डीएनए मिलान के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।

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(भाषा के इनपुट के साथ)