राजस्थान के जयपुर से हैरान कर देने वाला मामले आया है। भारतीय सेना के जवान के साथ जयपुर पुलिस ने मारपीट की है। जयपुर के शिप्रापथ थाने का मामला बताया जा रहा है। यहां पर पुलिस ने सेना के जवान को निर्वस्त्र करके पीटा गया और फिर लोगों के बीच बैठा दिया। इन घटना की जानकारी जैसे ही राजस्थान सरकार में मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को मिली, वह तुरंत थाने पहुंच गए हैं। उन्होंने एसीपी को जमकर फटकार लगाई और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का वीडियो हो रहा वायरल
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह थाने के अंदर पुलिस से कह रहे हैं कि हम राजस्थान पुलिस का सम्मान करते हैं लेकिन यह उनकी मानसिकता को दिखाता है। राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि ऐसे व्यक्ति समाज के लिए खतरा हैं, जो ऐसी मानसिकता ऐसी रखते हैं और वर्दी में है। उन्होंने कहा कि जो कानून का पालन कर रहा हो, उस पर वर्दी की धौंस नहीं दिखानी चाहिए क्योंकि यह कायरता है।
मामला सामने आने के बाद डीजीपी के निर्देश पर चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। थाने के चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। वहीं ASI मन्नालाल पर भी एक्शन हुआ है। एडिशनल डीसीपी पारस जैन इस मामले की जांच कर रहे हैं।
जानें क्या है मामला
इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पीड़ित जवान कह रहा है कि मेरा दोस्त राजवीर शेखावत 11 अगस्त की रात को अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने गया था। वाइन क्लब में पुलिस ने छापेमारी की और उसके बाद उसे शिप्रापथ थाने लाया गया। मुझे जानकारी मिली तो मैं भी थाने पहुंचा मैं पुलिस से गिरफ्तारी के कारण पूछा और इसके बाद मेरे साथ अभद्रता की गई मुझे निर्वस्त्र करके रिमांड रूप में ले जाकर पिटाई की गई।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि मैंने जवान की मेडिकल रिपोर्ट देखी तो हैरान रह गया। उन्होंने कहा कि मैंने खुद वर्दी पहनी है, इसलिए मैं वर्दी की इज्जत करता हूं। इस तरह से दादागीरी करने का अधिकार संविधान किसी को नहीं देता। राठौड़ ने कहा कि पांच पुलिसकर्मियों की मानसिक स्थिति की जांच करानी जानी चाहिए।