मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक यूनिवर्सिटी से अनोखा मामला सामने आया है। जबलपुर में स्थित रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड जारी करने के बाद एग्जाम कराना ही भूल गई। यूनिवर्सिटी के छात्र जब परीक्षा देने पहुंचें तो उन्हें बताया गया कि यूनिवर्सिटी एग्जाम कराने को तैयार नहीं है।

जबलपुर की रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी एमएससी कम्प्यूटर साइंस की परीक्षा लेना ही भूल गया। यूनिवर्सिटी ने छात्रों को पहले परीक्षा का टाइम-टेबल दिया और फिर प्रवेश पत्र दिए गए। जबलपुर के अलावा आसपास के जिलों के परीक्षार्थी भी तय समय पर विश्वविद्यालय पहुंच भी गए लेकिन इसके लिए विश्वविद्यालय ने तैयारी ही नहीं की थी। छात्रों ने बताया कि यूनिवर्सिटी अधिकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय की तैयारी नहीं होने के कारण परीक्षा नहीं होगी। इसे देख जबलपुर जिले और बाहर से परीक्षा देने आए छात्र मायूस होकर अपने घर लौट गए।

छात्रों का हंगामा

इस मामले की जानकारी लगने पर NSUI के कार्यकर्ता आंखों में काली पट्टी बांधकर कुलपति की बैठक में घुस गए। कार्यकर्ताओं ने करीब आधे घंटे तक कुलपति के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान कुलसचिव दीपेश मिश्रा सहित सभी विभाग के एचओडी भी मौजूद थे। छात्रों के हंगामे को देखते हुए कुलपति ने बैठक को रद्द कर दिया।

एनएसयूआई का कहना है कि अगर पेपर रद्द किया गया था तो इसकी सूचना उन सभी स्टूडेंट्स को दी जानी चाहिए थी, जिन्हें पहले एडमिट कार्ड जारी किए गए थे। यूनिवर्सिटी ने ऐसा नहीं किया जिससे स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ा।

विश्वविद्यालय ने पेपर भी तैयार नहीं किया

टाइम टेबल के मुताबिक एमएससी फर्स्ट सेमेस्टर के ‘कंप्यूटर ऑर्गनाइजेशन एंड असेंबली लैंग्वेज’ सब्जेक्ट का पेपर 5 मार्च को होना था। छात्रों को एडमिट कार्ड भी मिल गए थे। मंगलवार सुबह 8 बजे जबलपुर समेत अन्य जिलों से स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी पहुंच गए। जब स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि कोई परीक्षा नहीं है और विश्वविद्यालय ने पेपर भी तैयार नहीं किया है। हंगामा बढ़ता देख कुलपति डॉ राजेश वर्मा और रजिस्ट्रार दीपेश मिश्रा ने तुरंत इस परीक्षा का नया शेड्यूल जारी कर दिया।

अधिकारियों से तीन दिन में मांगा जवाब

छात्रों ने मांग की कि जो भी दोषी अधिकारी-कर्मचारी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मामले को बढ़ता देख आनन-फानन में कुलपति ने स्ट्रांग रूम प्रभारी और परीक्षा कंडक्ट करने वाले दो अधिकारियों से तीन दिन में जवाब मांगा है। कुलसचिव डॉ दीपेश मिश्रा ने माना कि परीक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई है। जांच कमेटी गठित की गई है। अभी स्ट्रांग रूम प्रभारी सहित दो कर्मचारियों से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। उचित जवाब न मिलने पर कार्रवाई भी की जाएगी।