UP Madrasa Survey: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के सभी निजी मदरसों का सर्वे तेजी शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ मदरसा एजूकेशन और जिला प्रशासन की एक टीम इस काम को अंजाम देने में लगी हुई है। इस सर्वे को लेकर सूबे में सियासत शुरू हो गई है कई सियासी दल इस सर्वे के खिलाफ उतर आए हैं। ऐसे में यूनियन मुस्लिम लीग भी इस सर्वे की खिलाफत में उतर आया है। इनका कहना है कि देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए ऐसी कवायदें की जा रहीं हैं। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के मोहम्मद अतीक ने आज तक न्यूज चैनल से बातचीत में इस बात का दावा किया है कि देश को हिन्दू राष्ट्र में बदलने की कोशिश की जा रही है।
मोहम्मद अतीक से जब पूछा गया कि वो सर्वे की खिलाफत क्यों कर रहे हैं और क्या वजह है इसके पीछे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया, ‘मदरसों का सर्वे अननेसेसरी हो रहा है। बहुत सारे शिशु मंदिर स्कूल चल रहे हैं इसके अलावा आरएसएस बहुत सारे स्कूल चलाती है आप उसका सर्वे नहीं कर रहे हैं, केवल मदरसों का सर्वे कर रहे हैं। मेरा ये मानना है, ये भाजपा की जो सर्वे का फैसला है वो देश को हिन्दू राष्ट्र की मुहिम बनाने का एक कदम है।’
‘असम में झूठे आरोप लगाकर कई मदरसों को बुलडोज किया गया’
मोहम्मद अतीक ने आगे बताया, ‘सरकार मुसलमानों की शिक्षा पद्धति को खत्म करना चाहती है, जब मुसलमानों की शिक्षा पद्धति खत्म हो जाएगी। असम में आपने देखा होगा कि कितने मदरसों पर बुलडोजर चला दिया गया है। उन सभी मदरसों पर झूठे आरोप लगाए गए हैं और उनको बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश में ये बहुत आसान नहीं है तो सरकार बागडोर से ये सारी चीजें ला रही है। मुझे इस बात का विश्वास है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश सरकार कुछ बड़े आरोप लगाकर या छोटी-छोटी बातों को बड़ा दिखाकर हमारे मदरसों को बुलडोज करेगी या फिर उन्हें बंद करेगी।’
‘हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और’
वहीं जब रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि उत्तर प्रदेश सरकार तो ये चाह रही है कि हम मदरसे में पढ़ने वाले छात्रों को एक हाथ में कुरान और एक हाथ में लैपटॉप दे सकें, और वहां की गुणवत्ता को सुधारने के लिए ये सर्वे किया जा रहा है तो ऐसे में आप कैसे इसका विरोध कर सकते हैं? तो इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘अगर सरकार ये चाहती है कि एक हाथ में लैपटॉप हो और दूसरे हाथ में कुरान हो तो ये सरकार के चाहने से नहीं हो पाएगा। अभी हाल के दिनों में मदरसे के पढ़े हुए कई बच्चों ने नीट का एग्जाम निकाला है। इससे पता चलता है कि हमारे हाथ में ऑलरेडी कुरान और लैपटॉप है। हमें सरकार की जरूरत नहीं है सरकार की मंशा कुछ और है। सरकार के साथ यही कहा जाएगा कि हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और’
