Punjab News: पंजाब की लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने 10 हजार से भी ज्यादा वोटों से बंपर जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को करारी शिकस्त दी। यह हार पंजाब कांग्रेस में विभाजन को और भी ज्यादा गहरा सकती है। यह आशु की आप के खिलाफ लगातार दूसरी बार हार थी। उन्होंने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इंडियन एक्सप्रेस के साथ भारत भूषण आशु ने बातचीत की है।
आप इस नतीजे को किस तरह देख रहे हैं?
आशु ने कहा कि हमारी संख्या इतनी भी खराब नहीं है। मैं बस एक बात कहूंगा कि यह इलेक्शन आप सरकार की मनमानी और सत्ता के दुरुपयोग से जीता गया है। यह कोई उसके काम से नहीं जीता गया है। सरकार की सत्ता जीता है। सरकार के काम नहीं जीते हैं। मैं इस हार की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा प्रचार से दूर क्यों रहे?
इस सवाल के जवाब पर भारत भूषण आशु ने कहा कि इस चीज का जवाब तो उन्हें खुद ही देना चाहिए। अगर वे आने चाहते थे और उन्हें आना चाहिए था और चुनाव प्रचार करना चाहिए था। मैं किसी को आने से रोकने के लिए कोई बाधा कैसे खड़ी कर सकता हूं। क्या मैं कोई अधिकारी हूं जो किसी को लुधियाना आने की अनुमति देने या न देने के लिए वीजा जारी करता हूं। आना या न आना उनकी अपनी मर्जी थी। यह मेरी शादी नहीं थी कि मुझे व्यक्तिगत रूप से निमंत्रण भेजना चाहिए था।
पंजाब में AAP सरकार के खिलाफ मानी जा रही थी सत्ता विरोधी लहर
वडिंग ने दावा किया है कि उन्हें जहां भी बुलाया गया, वे वहां प्रचार के लिए गए?
भारत भूषण आशु ने कहा कि अगर प्रधान अपने लिए निमंत्रण का इंतजार कर रहा है, तो बड़े अफसोस की बात है। फिर निमंत्रण कहीं से भी नहीं आएगा। उसको आराम से चंडीगढ़ में बैठना चाहिए।
क्या पार्टी के बाकी नेताओं ने आपका समर्थन नहीं किया?
इस पर आशु ने कहा कि नहीं, उन्होंने किया। उनमें से चरणजीत चन्नी, राणा गुरजीत, परगट सिंह सहित कई लोगों ने मेरे लिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया। लेकिन जिम्मेदारी उन लोगों की है जो पार्टी के पदों पर हैं। मैं कार्यकारी अध्यक्ष हूं, इसलिए मैंने जिम्मेदारी ली और इस्तीफा दे दिया। मैं इसका जवाब कैसे दे सकता हूं कि कुछ अन्य लोग मेरे अभियान में क्यों नहीं आए। चूंकि वे आना नहीं चाहते थे, इसलिए मुझे भी उन्हें आमंत्रित करने का मन नहीं हुआ। हर कोई राजा वडिंग के बारे में पूछ रहा है, लेकिन यह चुनाव राजा का नहीं बल्कि मेरा था। लुधियाना में वोट राजा के नाम पर नहीं डाले जाते। यह मेरा चुनाव था और कुछ और मुद्दे थे, जिनकी वजह से यह नतीजा आया।’
किन वजहों से कांग्रेस की हार हुई?
आशु ने कहा कि सरकार जीती है । मुख्यमंत्री भगवंत मान कहते थे कि आप सरकार इतने विकास कार्य करेगी कि आप को वोट मांगने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। लेकिन फिर ऐसी नौबत क्यों आई कि उन्हें वोट लूटने और खरीदने पड़े। यही कारण है कि हम हारे, ऐसा नहीं माना जा रहा कि कांग्रेस की आपसी लड़ाई के कारण ऐसा हुआ। आप सरकार इतनी असफल रही कि उसे यह चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपनाना पड़ा , चाहे वह किसी भी तरह से हो। आप सरकार द्वारा सत्ता और प्रशासनिक मशीनरी का बेशर्मी से दुरुपयोग हमारी हार का कारण है, न कि हमारी पार्टी के अंदरूनी मुद्दे। आप ने यह चुनाव केवल डंडे के बल पर जीता है। आप को ज्यादातर वोट झुग्गी-झोपड़ियों और बस्तियों से मिले और हम सब जानते हैं कि उन्होंने क्यों, कैसे और क्या-क्या बांटा। वहीं पंजाब में बीजेपी की मेहनत भी रंग नहीं ला पा रही है। पढ़ें पूरी खबर…