इशरत जहां मामले की जांच करने वाली विशेष जांच टीम (एसआइटी) के सदस्य रहे आइपीएस अधिकारी सतीश वर्मा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन पर कथित अनियमितता और बगैर इजाजत के ड्यूटी से अनुपस्थित रहने का आरोप लगाया गया है। वर्मा 1986 बैच के गुजरात कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं। वर्मा शिलांग स्थित नॉर्थ इस्टर्न इलेक्ट्रिकल पावर कॉरपोरेशन (एनइइपीसीओ) में मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में नियुक्त हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वर्मा के खिलाफ कार्रवाई एनइइपीसीओ ने की है जो ऊर्जा मंत्रालय के तहत आता है। आइपीएस अधिकारियों को नियंत्रित करने वाले प्राधिकार गृह मंत्रालय को इस बारे में सूचना दे दी गई है।

सूत्रों ने बताया कि वर्मा पर ड्यूटी से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने और बगैर इजाजत के यात्रा करने का आरोप है। उन्होंने बताया कि यह अखिल भारतीय सेवा के सेवा नियमों का उल्लंघन है। वर्मा ने इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार किया है। इशरत जहां मुठभेड़ मामले की जांच के लिए गुजरात हाई कोर्ट के नियुक्त तीन सदस्यीय एसआइटी का वर्मा हिस्सा थे। उन्होंने अन्य दो सदस्यों से अलग रुख अपनाया। हाई कोर्ट में यह हलफनामा दाखिल किया कि मुठभेड़ में हुई हत्या योजनबद्ध रही और इशरत के प्रतिबंधित लश्कर ए तैयबा का आतंकवादी होने पर भी संदेह जताया था।