हरियाणा कैडर की एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी, भारती अरोड़ा ने “भगवान श्रीकृष्ण की प्रेमपूर्ण भक्ति सेवा में अपना शेष जीवन समर्पित करने” के लिए पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की है। इस कदम की पुष्टि करते हुए, राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अरोड़ा के अनुरोध की जांच की जा रही है।1998 बैच की आईपीएस अधिकारी, अरोड़ा वर्तमान में पुलिस महानिरीक्षक, अंबाला रेंज के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने 1 अगस्त से सेवा से सेवानिवृत्ति की मांग की है जब वह 50 वर्ष की हो जाएंगी। उन्होंने अखिल भारतीय सेवा (डीसीआरबी) नियम, 1958 के नियम 16 (2) के तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है।
हरियाणा के मुख्य सचिव को संबोधित एक पत्र में, अरोड़ा ने कहा, “मेरी सेवा ही मेरा गौरव और जुनून रहा है। मुझे सेवा करने, सीखने और बढ़ने का अवसर प्रदान करने के लिए मैं इस सेवा की बहुत आभारी हूं। मुझे सही रास्ता दिखाने के लिए हरियाणा राज्य का आभार। अब मैं जीवन के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करना चाहती हूं। मैं गुरु नानक देव, चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास, तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई, सूफी संतों जैसे पवित्र संतों द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने और अपना शेष जीवन भगवान श्रीकृष्ण की प्रेमपूर्ण भक्ति सेवा में समर्पित करना चाहती हूं।”
अधिकारी ने नियमों के मुताबिक तीन महीने की पूर्व सूचना की अवधि में ढील देने का अनुरोध किया है। बता दें कि भारती अरोड़ा 7 सितंबर 1998 को एक आईपीएस अधिकारी के रूप में पुलिस सेवा में शामिल हुई थीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा जांच किए जाने के बाद राज्य सरकार उनके अनुरोध पर फैसला करेगी।
संपर्क किए जाने पर अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने हमेशा अपनी सेवा को अपने गौरव और जुनून के तौर पर लिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 23 साल की सेवा के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए विस्तार से कारण बताया है।
बतौर आईपीएस अधिकारी अरोड़ा ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (रेलवे) के रूप में 2007 के समझौता एक्सप्रेस ट्रेन विस्फोट मामले की जांच में भूमिका निभाई थी। अप्रैल 2021 में पुलिस प्रशासन में फेरबदल के तहत उनका तबादला करनाल से अंबाला रेंज कर दिया गया।