गोरखपुर में सरेआम बीजेपी विधायक की डांट से जिस लेडी आपीएस अफसर चारु निगम के आंसू निकल पड़े उनके नाम से आज भी चंबल के माफिया खौफ खाते हैं। 2013 बैच की आईपीएस अधिकारी चारु निगम को उनकी पहली ही पोस्टिंग बुंदेलखंड के झांसी में मिली। अपराधियों और माफियाओं के इलाके में करियर की पहली पोस्टिंग की चुनौती का चारू निगम ने बखूबी सामना किया। चारू निगम झांसी के जिस बरुआसागर थाने में एएसपी की रैंक पर पोस्टेड थीं वो पूरा इलाका खनन माफियाओं और अवैध शराब के बिजनेस के लिए जाना जाता था। अपने कार्यकाल में चारु निगम ने इन माफियाओं की कमर बुरी तरह से तोड़ जाली थी। आपको बता दें कि चारू मूल रूप से आगरा की रहने वाली हैं। बाद में पिता एमएस निगम की दिल्ली डेवेलपमेंट अथॉरिटी में जॉब लगने के कारण उनकी फैमिली दिल्ली शिफ्ट हो गई।
चारु ने ग्रेजुएशन में बीटेक की डिग्री ली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीटेक के दौरान उन्हें अपने क्लासमेट से प्यार हो गया। बाद में किसी कारण उनका ये रिश्ता टूट गया। रिश्ता टूटने से वो काफी डिप्रेशन में आ गई थीं। लेकिन इस डिप्रेशन को उन्होंने अपनी ताकत बनाई और पिता के कहने पर सिविल सर्विसेज़ की तैयारी में लग गईं। 2010 में पहली बार सिविल सर्विस के एग्जाम में बैठी चारु निगम को सफलता तो नहीं मिली लेकिन ये सफलता ज्यादा दिन दूर ना रह सकी। साल 2013 में उन्होंने यूपीएससी की परिक्षा पास की और आईपीएस में जाने का मन बना लिया। उनकी पहली पोस्टिंग झांसी हुई। चारु निगम इस वक्त यूपी के गोरखपुर में एएसपी के पद पर तैनात हैं। योगी आदित्यनाथ के एंटी रोमियो स्क्वैड के प्रमुख पुलिस अधिकारियों की टीम में चारु निगम की भी अहम जगह है।
#WATCH: IPS Charu Nigam broke down as BJP Gorakhpur (Urban) MLA Radha Mohan Das Agarwal kept yelling at her ‘don’t cross limits’ (May 7) pic.twitter.com/Ukmw0f3H59
— ANI UP (@ANINewsUP) May 8, 2017
झांसी में अपने तबादले के दौरान चारू निगम गांवों में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याएं सुनती थीं। साल 2016 में झांसी के बरुआसागर में सड़क दुर्घटना में एक बच्चा घायल हो गया था। बच्चे के सिर से खून बह रहा था। बच्चे की हालत देख चारू ने एम्बुलेंस का इंतजार नहीं किया। वे खुद बच्चे को बिना किसी की मदद के उठाया और अपनी ही गाड़ी में उसे लेकर अस्पताल की ओर दौड़ पड़ी। इतना ही नहीं अस्पताल में चारु ने उस घायल बच्चे को खुद अपना रक्त दान भी किया। इस घटना ने पूरे जिले में चारु की लोकप्रियता काफी बढ़ा दी।
आज आईपीएस चारु निगम एक बार फिर से चर्चा में हैं। 7 मई को गोरखपुर में एक घटना को लेकर बीजेपी विधायक ने इस महिला अधिकारी से बदसलूकी करते हुए सरेआम डांट लगाई जिसके चलते पब्लिक के सामने ही उनके आंसू छलक पड़े।

