स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगस्त 2023 तक भारतीय रेलवे की 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ेंगी। भारतीय रेल के इतिहास में वंदे भारत ट्रेन को क्रांतिकारी परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है। रेलवे की तरफ से कहा गया है कि आने वाले मार्च तक वंदे भारत एक्सप्रेस का अपग्रेडेड वर्जन भी आम लोगों के सामने आ जाएगा।

बताते चलें कि वंदे भारत सेमी हाईस्पीड ट्रेनें मेक इन इंडिया अभियान के तहत देश में ही तैयार की जा रही है। देश की पहली वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी के लिए फरवरी 2019 में शुरू की गयी थी। दूसरी वंदे भारत ट्रेन अक्टूबर 2019 में नई दिल्ली से कटरा के बीच चलाई गयी थी। लॉकडाउन के दौरान इन ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था जिसकी एक बार फिर से शुरुआत की जा रही है।

रेलवे की तरफ से बताया गया है कि वंदे भारत एक्सप्रेस अपग्रेडेड में वर्जन में पुश बैक सीट की व्यवस्था की गयी है। ट्रेन की रेक्लाइनिंग सीट को पुशबैक से लैस किया जाएगा। ट्रेन में सेंट्रलाइज्ड कोच लगाए जाएंगे। जिससे एक ही जगह से पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी। पहले की तुलना में ट्रेन की एसी को भी बेहतर किया गया है।

हर कोच चार इमरजेंसी विंडो को लगाया गया है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा सके। ट्रेन में बिजली गुल होने पर वेंटिलेशन और लाइटिंग के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है। बिजली गुल होने पर करीब तीन घंटे का वेंटिलेशन मौजूद होगा। हर कोच में बड़ी-बड़ी लाइट दी गयी है जो कोच की लाइट खराब होने पर इस्तेमाल की जाएंगी।

रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में इस ट्रेन के माध्यम से रेलवे उन यात्रियों पर फोकस करना चाहता है जो हवाई जहाज के बढ़ते कीमत से परेशान हैं। वैसे भी रेलवे की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार साल 2010-2011 से 2017-2018 के बीच रेलवे में एसी डब्बे में यात्रा करने वालों की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखी गयी।