सीरिया में इस्लामकि स्टेट (आईएसआईएस या आईएस) का एक भारतीय आतंकी मारा गया है। केरल पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। आतंकी की पहचान अब्दुल मनाफ (27) के तौर पर की गई है। मारे गए आतंकी को वतन की मिट्टी तक नसीब नहीं हुई। वह दो साल पहले आईएस की ओर से लड़ने के लिए परिवार समेत सीरिया गया था। मनाफ कन्नूर जिले के वलापट्टनम का रहने वाला था। उसके परिवार को इसकी खबर मिल चुकी है। कन्नूर के डीएसपी सदानंदन ने बताया कि मनाफ पिछले साल नवंबर में मारा गया था। सीरिया में अमेरिका और रूस समर्थित सुरक्षाबल आईएस को खदेड़ने में जुटे हैं। पिछले कुछ महीनों में आईएस को सीरिया के कई इलाकों से खदेड़ा जा चुका है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो दिनों पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों के पास टेलीग्राम के जरिये अब्दुल खय्यूम का मैसेज आया था। इसमें मनाफ के मारे जाने की बात कही गई थी। अब्दुल खय्यूम आईएस में शामिल होने के लिए मनाफ के साथ सीरिया गया था। मनाफ पीएफआई की राजनीतिक शाखा एसडीपीआई का सक्रिय सदस्य रह चुका था। वह माकपा कार्यकर्ता की हत्या करने के मामले में भी आरोपी था। आईएस आतंकी फर्जी पासपोर्ट के सहारे पत्नी और दो बच्चों के साथ सीरिया भागने में सफल रहा था। उसका निकट सहयोगी शाहजहां को वर्ष 2017 में नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। उसे तुर्की ने भारत को प्रत्यर्पित किया था। शाहजहां को सीरिया भागने के दौरान दबोचा गया था।
Kannur DySP Sadanandan confirms that family of 27 yr old Abdul Manaf has got a message that Manaf has been killed fighting for ISIS in Syria. #Kerala pic.twitter.com/3Qr7P2VgBx
— ANI (@ANI) January 19, 2018
केरल पुलिस ने पिछले साल नवंबर में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इससे मिली जानकारी के आधार पर पांच लोगों के आईएस में शामिल होने की पुष्टि की गई थी। इनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत मामला भी दर्ज किया गया था। सीरिया में पांच अन्य भारतीय आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि पहले ही की जा चुकी है। इस मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए कर रही है। सिर्फ कन्नूर जिले से 15 लोगों के तार आईएस से जुड़े होने की बात सामने आ चुकी है। इसके अलावा कासरगोड़ से भी कई लोगों के सीरिया जाने की पुष्टि की गई है। केरल से लोगों के आईएस में शामिल होने की बढ़ती घटनाओं के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बढ़ा दी थी।