नई दिल्ली। ब्रसेल्स के जैवेंतेम हवाईअड्डे पर आतंकी हमले के बाद हवाईअड्डों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से चिंताएं उभर आई हैं और सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दो दर्जन से अधिक ऐसे संवेदनशील प्रतिष्ठानों के पास, पिछले पांच साल से धन के अभाव के चलते केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) का विशेष सुरक्षा कवर नहीं है। देश के ऐसे कुल 27 हवाईअड्डों को सीआरपीएफ, इंडिया रिजर्व बटालियंस (आइआरबी) या राज्य की पुलिस इकाइयों जैसे सुरक्षा बल सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं। इन हवाईअड्डों को विशेष वैमानिकी सुरक्षा बल सीआइएसएफ की सुरक्षा उपलब्ध नहीं है।

परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति मामलों की एक विभाग संबंधी स्थाई संसदीय समिति ने इस साल के शुरू में अपनी चिंता जताते हुए कहा था कि यह जान कर वह स्तब्ध है कि हमारे अत्यंत संवेदनशील हवाईअड्डों में से आठ की सुरक्षा और हमारे संवेदनशील हवाईअड्डों में से 19 की सुरक्षा को सीआइएसएफ कवर नहीं कर रहा है। सीआइएसएफ अब वैमानिकी सुरक्षा के लिए एकमात्र विशेष बल बन गया है।

सीआइएसएफ (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स) में करीब करीब 1.42 लाख कर्मी हैं। यह एविएशन सिक्योरिटी ग्रुप (एएसजी) कहलाने वाले अपने प्रतिष्ठान के तहत एक समर्पित एवं प्रशिक्षित इकाई है। इसके करीब 22,000 पुरुष और महिला कमांडो अतिरिक्त महानिदेशक रैंक के एक अधिकारी की अगुवाई में कार्यरत हैं।

सीआइएसएफ को इंडियन एयरलाइन्स की उड़ान आईसी…814 के अपहरण की घटना के बाद पहली बार वर्ष 2000 में हवाईअड्डों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था और शुरुआत जयपुर हवाईअड्डे से हुई थी। इस बल को सुरक्षा के लिए आखिरी हवाईअड्डे के तौर पर 2011 में दीव हवाईअड्डा दिया गया।

हाल ही में सीआइएसएफ और खुफिया एजंसियों ने एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें हवाईअड्डों पर सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत पर जोर देने के लिए संसदीय समिति के आकलनों को शामिल किया गया है। समिति ने हालिया रिपोर्ट में नागरिक वैमानिकी सुरक्षा को राष्ट्रीय सुरक्षा का अभिन्न एवं अहम तत्व बताया है। हवाईअड्डे महत्वपूर्ण अवसंरचना है और राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में अत्यंत अहम हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है,‘हवाईअड्डे पर आतंकी हमले में होने वाला बड़ा नुकसान ऐसी विपदा होगा जिसके नागरिकों एवं अर्थव्यवस्था पर दूरगामी परिणाम होंगे। शेष हवाईअड्डों पर सीआइएसएफ की तैनाती न किए जाने का कारण अर्थाभाव बताया गया है।’

इस रिपोर्ट में हवाईअड्डों को अब तक दिए गए सीआइएसएफ के सुरक्षा कवर की स्थिति के बारे में बताया गया है। इसमें कहा गया है कि समिति ने सिफारिश की थी कि अत्यंत संवेदनशील एवं संवेदनशील हवाईअड्डों पर बल की तैनाती को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
देश में दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों सहित कुल 26 अत्यंत संवेदनशील हवाईअड्डों में से 18 हवाईअड्डों को सीआइएसएफ की सुरक्षा मिली है जबकि जम्मू कश्मीर में श्रीनगर जैसे छह हवाईअड्डे इससे वंचित हैं। संवेदनशील श्रेणी में 56 हवाईअड्डे आते हैं जिनमें से केवल 37 हवाईअड्डों को सीआइएसएफ की सुरक्षा मिली है। इसके अलावा 16 सामान्य हवाईअड्डों में केवल चार को सीआइएसएफ की सुरक्षा प्राप्त है।