हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसके कुछ ही दिन बाद मुठभेड़ में भारतीय सेना ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया। हालांकि इस मुठभेड़ में चार जवान के अलावा एक मेजर भी शहीद हुए थे। पुलवामा में हुए आंतकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि खून की हर बूंद का बदला लिया जाएगा। इसके साथ ही सुरक्षाबलों को पूरी छूट की भी बात कही गई। पीएम मोदी के इस फैसले के बाद पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अगर भारत हम पर हमला करता है तो हम भी शांत नहीं बैठेंगे।

दोनों देशों के बीच तनाव के इस माहौल में मिलिट्री ताकत पर एक नजर: बता दें कि 1947 के बाद से कश्मीर के लिए दो बार भारत और पाकिस्तान में जंग हो चुकी है। ऐसे में बात करते हैं दोनों देशों के ताजा हालातों की और उनकी सैन्य शक्तियों की।

कितना है दोनों देशों का मिलिट्री बजट: रॉयटर्स की खबर के मुताबिक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज (IISS) ने बताया कि  2018 में भारत का रक्षा बजट 1.4 मिलियन सैनिकों के लिए 58 बिलियन डॉलर यानी चार ट्रिलियन रुपए रहा। यानी हमारी कुल जीडीपी का 2.1 प्रतिशत। वहीं पाकिस्तान की बात करें तो 2018 में 6,53,800 सैनिकों के लिए 1.26 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए बजट रहा। जो उनकी जीडीपी का 3.6 प्रतिशत था। इसे 2018 में विदेशी सैन्य सहायता में $ 100 मिलियन भी मिले।

20 प्रतिशत से अधिक किया सेना पर खर्च: स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट के मुताबिक 1993 से 2006 तक पाकिस्तान सरकार का कुल खर्चे में से करीब 20 प्रतिशत खर्चा सेना पर हुआ है। वहीं 2017 में ये 16.7 प्रतिशत रहा। वहीं अगर इसकी तुलना भारतीय सेना के खर्चे से हो तो 1993 से 2006 के बीच कुल खर्च 12 प्रतिशत से कम रहा जबकि 2017 में ये 9.1 प्रतिशत था।

दोनों देशों के पास है परमाणु हथियार: दोनों ही देशों के पास परमाणु हथियार हैं। बता दें भारत के पास नौ तरह के मिसाइल हैं जिसमें अग्नि 3 भी शमिल है।सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के मुताबिक अग्नि 3 मिसाइल 3 हजार से 5 हजार किलोमीटर्स तक हमला कर सकती है। वहीं पाकिस्तान की बात करें तो सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के मुताबिक शाहीन 2 की रेंज सबसे अधिक है जो करीब 2 हजार किलोमीटर तक हमला कर सकती है। वहीं पाकिस्तान के पास करीब 150 वारहेड्स हैं जबकि भारत के पास करीब 140 वॉरहेड्स।

जानें किसके पास कितनी सेना: इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज (IISS) के मुताबिक भारत के पास 1.2 मिलियन थल सैनिक हैं। इसके साथ ही 3,565 लड़ाकू टैंक, 3100 पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन, 336 बख़्तरबंद कर्मियों के वाहक के साथ आर्टिलरी के 9719 टुकड़ियां हैं। वहीं पाकिस्तानी सेना भारत से छोटी है और उसके बाद 5,60,000 सैनिक, 2496 टैंक, 1605 बख़्तरबंद कर्मियों के वाहक और 4472 आर्टिलरी बंदूके हैं।

 

जानें वायु सेना की ताकत: भारत के पास 1,27,200 पर्सनल और 814 लड़ाकू विमान हैं। भारतीय वायुसेना बड़ी है लेकिन उनके साथ पोत समूह की दिक्कत है। भारतीय डिफेंस प्लान में पाकिस्तान और चीन के दोहरे हमले से बचने के लिए जेट के 42 दस्ते, 750 विमान की जरुरत है। वहीं पाकिस्तान के पास 425 लड़ाकू विमान हैं। जिसमें चीन के एफ 7 पीजी , अमेरिका के एफ 16 फॉल्कन जेट शामिल हैं। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज (IISS) के मुताबिक पाकिस्तानी वायुसेना अपने हथियारों को अपग्रेड कर रही है जिसमें वो आईएसआर तकनीक का इस्तेमाल कर रही है।

जानें थल सेना की ताकत: भारतीय थल सेना के पास एक विमान वाहक, 16 पनडुब्बी, 14 विध्वंसक, 13 लड़ाई के जहाज, 106 सैन्य दल, 75 लड़ाकू विमान के साथ 67,700 मरीन सैनिक हैं। वहीं पाकिस्तान के पास 9 लड़ाई के जहाज, 8 पनडुब्बी, 17 सैन्य दल और 8 लड़ाकू विमान हैं।