‘जनसंख्या असंतुलन देश में चिंताजनक’ है। इस विषय को लेकर आज तक पर तक चल रही एक टीवी डिबेट के दौरान AIMIM प्रवक्ता आसीम वकार राजनीतिक विश्लेषक अजय आलोक पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि बिना जानकारी के टीवी पर आकर बैठ जाते हो।
आसीम वकार ने कहा कि मैं देश का पहला राजनीतिक विश्लेषक के रूप में अजय आलोक को देख रहा हूं कि जिसको कुछ नहीं आता। उन्होंने कहा कि अजय आलोक ने कहा कि 1951 में जब देश आजाद हुआ तब 51 करोड़ हिंदू और 1 करोड़ मुसलमान थे। अजय आलोक ने बीच में टोकते हुए कहा कि देश 1951 में नहीं, 1947 में आजाद हुआ। इसके जवाब में आसीम वकार ने कहा कि अब आपने ठीक कर लिया है। देश 1947 में ही आजाद हुआ।
वकार ने कहा कि कहां-कहां से ऐसे राजनीतिक विश्लेषक को टीवी पर बैठा लिया जाता है, जिनको कुछ पता ही नहीं। उन्होंने कहा कि 1947 में यह 51 करोड़ हिंदू और 1 करोड़ मुसलमान बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि अजय आलोक सुन लीजिए 1951 में जब पहला संसद हुआ उस वक्त देश में हिंदू आबादी 30 करोड़ के करीब थी और मुसलमान लगभग चार करोड़ थे।
AIMIM प्रवक्ता ने कहा कि 2021 के आंकड़ों के हिसाब से हिंदू आबादी 119 करोड़ के लगभग है। उन्होंने अजय आलोक से कहा कि अब आप अंदाजा लगा लीजिए कि आपके आंकड़े कितनी फरेबी और झूठे हैं या आप झूठ बोलते हैं या फिर आपके पास जानकारी नहीं है। आप बिना जानकारी के आदमी हैं और आकर टीवी पर बैठ जाते हैं। वकार ने कहा कि जिसके पास जानकारी ने हो ऐसे लोगों को टीवी पर नहीं बुलाना चाहिए। ऐसे लोग टीवी पर बैठाकर देश को क्या मैंसेज देना चाहते। क्या पूरे देश को जाहिल और अनपढ़ और गवार बनाना चाह रहे।
1951 से 2011 तक इस अनुपात में बढ़ी आबादी-
1951 से 1961 तक पूरे देश में 21.6 प्रतिशत की दर से जनसंख्या बड़ी, जिसमें हिंदुओं की वृद्धि दर 20.7 प्रतिशत., वहीं मुसलमानों की वृद्धि दर 32.7 प्रतिशत की दर से बढ़ी। वहीं 1981-1991 तक पूरे देश में 23.9 प्रतिशत की दर से आबादी बढ़ी। जिसमें हिंदुओं की वृद्धि दर 22.7 प्रतिशत थी, जबकि मुसलमानों की वृद्धि दर 32.9 प्रतिशत थी। उसके बाद 2001 से 2011 तक की अगर बात करें तो पूरे देश की 17.7 प्रतिशत की दर से आबादी बढ़ी। जिसमें हिंदुओं की वृद्धि दर 16.7 फीसदी थी, जबकि मुस्लिम आबादी 24.7 फीसदी थी।