भारत ने संघर्ष विराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारतीय सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई जवानों के मारे जाने की आशंका है। इसके अलावा सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर के चार ठिकानों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। पड़ोसी देश के सुरक्षाबल यहीं से 82 और 60 एमएम के मोर्टार से गोले बरसा रहे थे। सूत्रों का कहना है कि भारतीय कार्रवाई में ये आर्टिलरी तबाह हो गए हैं। उन्होंने बताया कि हरपाल और जगवाल गांव के समीप स्थित एक फार्महाउस को भी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तानी सेना इसे सैन्य अड्डे के तौर पर इस्तेमाल कर रही थी। पाकिस्तानी फायरिंग में बीएसएफ के एक जवान के शहीद होने के बाद भारत ने शुक्रवार (19 जनवरी) को यह बड़ी कार्रवाई की।
जानकारी के मुताबिक, भारतीय सुरक्षाबलों ने जम्मू के आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर से लगते इलाकों में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। सूत्रों ने बताया कि भारत की कार्रवाई के बाद सीमा के उस पार कई जगहों पर एंबुलेंस देखे गए। पाकिस्तान के अधिकार वाले कुंदनपुर, गदयाल, हरिया और जगवाल में काफी गतिविधि देखी गई है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई की प्रबलता और एंबुलेंसों की संख्या को देखते हुए मरने वालों की तादाद तकरीबन 20 से 25 तक हो सकती है। इस बीच, बीएसएफ और स्थानीय पुलिस सीमा से लगते कोरोटना खुर्द और नई बस्ती से स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी गोलाबारी में एक 12 वर्षीय किशोर के मारे जाने के बाद सुरक्षाबलों ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है। इसके अलावा साई खुर्द इलाके में एक महिला के भी मारे जाने की खबर है। आरएस पुरा और अरनिया के अलावा रामगढ़ सेक्टर भी संघर्ष विराम उल्लंघन के जद में आया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, प्राधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जीतेंद्र सिंह ने पाकिस्तानी फायरिंग में घायल लोगों से मुलाकात की है।
.@ANI : All injured are being taken care of.For 1st time,though Pakistan is up to its mischief as it has always been, the kind of retaliatory action from Indian side was not seen for decades together:Jitendra Singh after meeting civilians injured in ceasefire violations at #Jammu pic.twitter.com/ILRj7EKHPE
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) January 19, 2018
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से 19 जनवरी को सुबह पौने सात बजे से ही फायरिंग शुरू हो गई थी। सबसे पहले जम्मू जिले के आरएस पुरा को निशाना बनाया गया था। कुछ ही देर में सांबा जिला भी इसकी जद में आ गया था। इसके अलावा हीरानगर और कठुआ में भी इसका असर देखा गया है। पाकिस्तानी रेंजर ने अग्रिम चौकियों पर गोली बरसाने के अलावा असैन्य क्षेत्रों को भी निशाना बनाया। इससे सीमा के समीप रहने वाले ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। मालूम हो कि बुधवार (17 जनवरी) से जारी गोलीबारी में बीएसएफ का एक कांस्टेबल शहीद हो गया, जबकि एक बच्ची भी मारी जा चुकी है।