विश्व मानवाधिकार दिवस पर गुरुवार को राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने मानवाधिकार की घोषणा के सिद्धांतों और आदर्शों के प्रति फिर से प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हमने हमेशा लोगों की आजादी और समानता पर जोर दिया है। सुबह राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर अंसारी ने 10 दिसंबर को दुनिया भर में मानवाधिकार दिवस मनाए जाने का जिक्र किया और कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हमने हमेशा लोगों की आजादी और समानता पर जोर दिया है व सभी लोगों के बीच सौहार्द व शांति के सिद्धांतों में भरोसा किया है।

उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस मौके पर हम मानवाधिकार की घोषणा के सिद्धांतों और आदर्शों के प्रति फिर से प्रतिबद्धता जताते हैं। हर साल दस दिसंबर को दुनिया भर में मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1948 में सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषणापत्र को अंगीकार किया था।