भारत और अफगानिस्तान ने अपने राजनयिकों की वीजा मुक्त यात्रा को सुलभ बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पहल अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के बाद हुई। बैठक में दोनों नेताओं ने सुरक्षा सहयोग समेत कई महत्त्वपूर्ण द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘अफगानिस्तान के साथ सतत सहयोग। मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। मजबूत राजनयिक संबंधों को बढ़ावा देने के बारे में चर्चा हुई। भारत और अफगानिस्तान ने अपने राजनयिकों के वीजा मुक्त यात्रा के समझौते पर हस्ताक्षर किया।’ भारत ने आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए दिसंबर में अफगानिस्तान को तीन बहुउद्देश्यीय एमआइ-35 हेलीकाप्टर प्रदान किए थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बाद में यहां आए अफगानिस्तान के सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की और सुरक्षा स्थिति, अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया, वहां की आतंरिक राजनीतिक स्थिति और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने और आतंकवाद की चुनौती को परास्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका पर चर्चा की।
सुषमा ने अब्दुल्ला को अफगानिस्तान में 92 लघु विकास परियोजनाओं को तेजी लागू करने के बारे में भारत के प्रयासों के बारे में चर्चा की जो पूरा होने के करीब है। विदेश मंत्री ने अब्दुल्ला को गुवाहाटी और शिलांग में होने वाले 12वें सैफ खेलों में अफगानिस्तान की मजबूत हिस्सेदारी के बारे में सरकार की मदद का आश्वासन दिया। अब्दुल्ला रविवार को भारत पहुंचे। उनका जयपुर में आतंकवाद निरोध पर होने वाले सम्मेलन में हिस्सा लेने का भी कार्यक्रम है।