कोरोनावायरस महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है। केंद्र सरकार ने टीकाकरण तेज करने के लिए 21 जून से ही महाभियान की शुरुआत कर दी थी। हालांकि, वैक्सीन की कमी के चलते हफ्तेभर में ही टीकाकरण की रफ्तार फिर रेंगने लगी। इस बीच मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में वैक्सीन की कमी के कारण कई जानें जाते-जाते बचीं। दरअसल, हुआ ये कि यहां बड़ी संख्या में लोग टीका लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे। हालांकि, यहां टीके की गिनी-चुनी डोज ही आईं। ऐसे में पहले टीका पाने के चक्कर में कई लोग ताला खुलते ही केंद्र की तरफ दौड़ पड़े, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। हालांकि, इस भगदड़ में कोई अनहोनी नहीं हुई।
राज्य में तीन दिन का टीकाकरण अभियान, पर केंद्र पर सिर्फ 250 वैक्सीन: बता दें कि छिंदवाड़ा में 1 से 3 जुलाई तक वैक्सिनेशन अभियान चलाया जा रहा है। यहां सामुदायिक केंद्र को टीकाकरण केंद्र बनाया गया। पहले दिन यहां सिर्फ 250 वैक्सीन का कोटा भेजा गया, जबकि इन्हें लेने वाले एक हजार से ज्यादा लोग जुट गए। भीड़ देखकर प्रशासन ने सामुदायिक भवन का शटर बंद कर दिया, ताकि ज्यादा लोग अंदर न आ पाएं।
#WATCH | Madhya Pradesh: A stampede-like situation seen at a #COVID19 vaccination centre in Chhindwara, Lodhikheda as people rush to get inoculated. (01.07.2021) pic.twitter.com/slK5nmbmlF
— ANI (@ANI) July 2, 2021
इस स्थिति के चलते बाहर खड़े लोग गुस्सा हो गए और हंगामा करने लगे। कुछ लोगों ने इसी हंगामे के बीच शटर खोल दिया। जैसे ही शटर खुला, बड़ी संख्या में बाहर खड़े लोग अंदर भागे और इसके चलते जबरदस्त भगदड़ मच गई। कई लोग एक-दूसरे के ऊपर ही गिर पड़े। कई महिलाएं और बुजुर्ग भी इस दौरान भागते-दौड़ते दिखे, लेकिन कई और लोग उन्हें धक्का देकर आगे निकल गए। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं।
सुरक्षा की कमी से हो सकती थी बड़ी घटना: सामुदायिक केंद्र के बाहर सुरक्षा इंतजाम न होने की वजह से स्थितियां नियंत्रण से बाहर हो गईं। इसके बावजूद काफी देर तक पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची। बताया जा रहा है कि सुरक्षा के इंतजाम न होने की वजह से थोड़ी चूक भारी साबित हो सकती थी। इसमें कई लोगों की जान भी जा सकती थी।
उधर छिंदवाड़ा के कलेक्टर सौरभ सुमन के मुताबिक, ऐसी घटना आगे न हो इसलिए सुरक्षा इंतजामों के साथ ज्यादा वैक्सीन मंगाने का प्रयास करेंगे। इसके अलावा टीकाकरण केंद्रों को खुली जगहों पर रखने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों के बीच कोरोना टीके को लेकर कोई हिचक नहीं है और छिंदवाड़ा में 20 हजार टीके लगाने का टारगेट मिलता है, तो वह आसानी से पूरा हो रहा है।