केरल में 11वीं की छात्रा से कई लोगों द्वारा महीनों तक बलात्कार करने का मामला सामने आया है। किशोरी के यौन उत्पीड़न में पुलिसकर्मियों के संलिप्त होने की बात भी सामने आई है। पीड़िता को उसके ही एक महिला रिश्तेदार ने जाल में फंसाया था। इसके बाद महीनों तक उसका यौन शोषण किया जाता रहा। पड़ोसियों की सजगता के बाद इस मामले का पता चला। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी के अलावा दो पुलिसकर्मियों को भी गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने इसमें कई और लोगों के शामिल होने की आशंका जताई है। पुलिस ने किशोरी की सुरक्षा को देखते हुए उसे आश्रय गृह में रखवाया है। मुख्य आरोपी की बेटी को भी यहीं रखा गया है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता अलप्पुझा जिले के पुनाप्परा इलाके की रहने वाली है। उसके पिता शारीरिक तौर पर असमर्थ हैं तो मां की मानसिक हालत ठीक नहीं है। वह एक निजी स्कूल में पढ़ती है। ‘द न्यूज मिनट’ के अनुसार, इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को दबोच चुकी है। इसमें मरारीकुलम थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर लायजू और सीनियर पुलिस अधिकारी नेल्सन थॉमस भी शामिल है। थॉमस को बेंगलुरु से पकड़ा गया था। अलप्पुझा के डीएसपी ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक सुरेंद्रन ने बताया कि अथिरा का पिछले कुछ महीनों से पीड़िता के घर आना-जाना बहुत बढ़ गया था। वह किसी भी समय उसके घर पहुंच जाती थी। वह छात्रा को कई होटलों और लॉज में ले जाती थी। कुछ समय बाद किशोरी के पड़ोसियों को शक हुआ। उन्होंने अथिरा से पूछताछ करनी शुरू कर दी थी। बाद में पीड़िता के पड़ोसियों ने संदेह बढ़ने पर पुलिस को इसकी जानाकरी दी थी।
किशोरी से दुष्कर्म करने वालों में छात्र से लेकर ड्राइवर और पुलिसकर्मी तक शामिल थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता को कुछ आरोपियों के नाम याद हैं, जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता इस हद तक डरी थी कि मुख्य आरोपी अथिरा द्वारा अपराध स्वीकार करने के बाद भी वह कुछ बताने को तैयार नहीं थी। पुलिसकर्मियों द्वारा भरोसा दिलाने के बाद उसने घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।