Kerala Pada Poojan: केरल में इस समय एक नया विवाद छिड़ चुका है, असल में कुछ स्कूलों से ऐसे वीडियो सामने आए है जहां पर छात्रों ने अपने शिक्षकों के पैर धोए हैं। केरल में इसे पद पूजन भी कहा जाता है। अब इसी पद पूजन को लेकर विवाद छिड़ चुका है, केरल सरकार के मंत्री से खुश नहीं हैं। केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ बता दिया है।

वे कहते हैं कि हमने इस मामले का संज्ञान लिया है औ संबंधित स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इस मामले की जांच हम सार्वजनिक निर्देश निदेशक से करवा रहे हैं। अब जानकारी के लिए बता दें कि केरल में कुछ दिन पहले ही भारतीय विद्यानीकेतन प्रबंधन के तहत संचालित दो सीबीएसई स्कूलों में पद पूजन करवाया गया था। वहां पर शिक्षकों के पैर छात्रों द्वारा धुलवाए गए थे। इस पर जब केरल सरकार ने आपत्ति जता दी तो बचाव में राज्य के गर्वनर राजेंद्र आर्लेकर आ गए हैं।

राज्यपाल ने इस विवाद को लेकर कहा कि गुरु पूजा तो हमारी संस्कृति का एक अहम अंग है। अब उनकी तरफ से तो उन बच्चों का भी बचाव किया गया है और स्कूल को भी क्लीन चिट दे दी गई है। लेकिन लेफ्ट सरकार इस मुद्दे को इतनी जल्दी ठंडे बस्ते में डालती नहीं दिख रही है, जांच के आदेश तक दे दिए गए हैं। वैसे सोशल मीडिया पर जरूर लोगों की राय बंटी नजर आती है। कुछ लोग इसे अगर संस्कृति का हिस्सा और शिक्षकों के सम्मान से जोड़कर देख रहे हैं तो वहीं कुछ इसे स्कूल के लिहाज से गलत मान रहे हैं।

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अब यह कोई पहली बार नहीं है जब केरल सरकार और राज्यपाल के बीच में ठनी दिखी हो। कई मुद्दों को लेकर ऐसा होता दिख जाता है। इससे पहले जब आरिफ मोहम्मद खान केरल के राज्यपाल थे, उस समय भी कई मुद्दों को लेकर नोकझोंक देखने को मिल जाती थी।

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