Rajasthan News: राजस्थान के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत से स्थानीय लोगों ने एक कार्यक्रम में कुछ असहज होने वाले सवाल पूछ लिए। इसके एक दिन बाद लोगों ने आरोप लगाया कि रविवार को उनके गांव में अधिकारियों को भेजा गया ताकि कथित तौर पर मंत्री को शर्मिंदा करने के लिए उनके पानी और बिजली के कनेक्शन काट दिए जाएं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट मंत्री कुमावत अपने विधानसभा क्षेत्र सुमेरपुर के गुरदई में मौजूद पंचायत भवन में कई विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के लिए पहुंचे थे। हालांकि, गांव की गंदी सड़कों का हवाला देते हुए कुछ स्थानीय लोगों ने मंत्री से सवाल पूछने शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि सड़क बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है। इसकी वजह से हर तरफ गंदगी फैली हुई है। मंत्री के कुछ समर्थकों ने कहा कि उनके पास में दूसरे भी काम है। इससे स्थानीय लोग और भी ज्यादा भड़क गए। बात यहां तक पहुंच गई कि मंत्री अपना भाषण दिए बिना ही चले गए।

रविवार को कथित तौर पर गुरदाई में वॉटर एंड इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के स्थानीय अधिकारियों को कनेक्शन काटने के लिए भेजा गया था। इसका एक वीडियो भी बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक स्थानीय व्यक्ति यह कहता हुए नजर आ रहा है, ‘कल हम गांव वालों ने मंत्री जोराराम के सामने अपनी समस्याएं रखी थीं और आज उन्होंने कनेक्शन काटने और हमें परेशान करने के लिए पीएचईडी की टीम भेज दी है।’

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हमारे पास सड़कें नहीं है- वकील किरण कुमार मीणा

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए वकील किरण कुमार मीणा ने बताया, ‘मैं एक आम आदमी हूं। हमारे पास अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लगभग 200 घरों की एक ढाणी है। कल जब माननीय मंत्री जी आए, तो हम उन्हें बताना चाहते थे कि हमारे स्थानीय स्कूल की छत टपक रही है, हमारे पास सीसी सड़क नहीं है और हम उन्हें एक ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन मंत्री जी और उनके समर्थकों ने हमारा ज्ञापन नहीं लिया और हमें यह कहते हुए बाहर निकाल दिया कि उनका कोई और काम है।’ उन्होंने दावा किया कि इसे राजनीतिक रंग दिया गया।

मीणा ने कहा, ‘रविवार सुबह, पानी और बिजली के कनेक्शन काटने के लिए टीमें भेजी गईं और दावा किया गया कि हमारे कनेक्शन अवैध हैं। हमने घर पर कनेक्शन ले रखे हैं, यह अवैध कैसे है? अगर आपको लगता है कि यह अवैध है, तो हमें नोटिस दें। हमारे पास पांच साल से पानी का कनेक्शन है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं बस अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं और अपने अधिकारों के लिए लड़ना भी मेरा अधिकार है।’

मंत्री को लोगों की मदद करनी चाहिए – वकील मीणा

उन्होंने आगे कहा, ‘बिजली विभाग के अधिकारियों ने भी कहा कि मेरा कनेक्शन अवैध है। मैंने कहा कि मैं बिल भरता हूं और यह मेरा 45 साल पुराना पुश्तैनी घर है। पुलिस अधिकारियों ने भी कहा कि यह बीजेपी की सरकार है और अगर आप किसी मंत्री के सामने इस तरह विरोध प्रदर्शन करेंगे तो आपको जेल भेज दिया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन अगर हम अपने मंत्री को नहीं बताएंगे, तो किसे बताएंगे? मंत्री को पता होना चाहिए कि अगर वे मंत्री बने हैं, तो उन्हें लोगों की मदद करनी चाहिए, न कि हमारे पीछे अधिकारी भेजकर इस तरह अपनी ताकत का प्रदर्शन करना चाहिए।’

कांग्रेस पार्टी ने बोला हमला?

कांग्रेस पार्टी ने इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है और इसे बीजेपी की तानाशाही बताया है। एक वीडियो शेयर करते हुए पार्टी ने कहा, ‘आज मंत्री के आदेश पर ग्रामीणों के बिजली-पानी के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। उन्हें सवाल पूछने की सजा दी जा रही है।’ फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर रोक