विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने वायुसेना के अपने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा है कि वह जल्द से जल्द कॉकपिट में लौटना चाहते हैं। दरअसल सेना के अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि अभिनंदन ने वायुसेना के वरिष्ठ कमांडरों और इलाज कर रहे डॉक्टरों से कहा कि वह यथाशीघ्र विमान उड़ाना शुरू करना चाहते हैं। इसके साथ ही बता दें कि अभिनंदन को भगवान महावीर अहिंसा पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा।

अभिनंदन के नाम बना ये रिकॉर्ड: बता दें कि अभिनंदन पाकिस्तानी वायुसेना के साथ हवाई संघर्ष के दौरान एफ-16 लड़ाकू जेट को मार गिराने वाले वायुसेना के पहले पायलट बन गए हैं। इस भीषण संघर्ष के दौरान उनके मिग -21 को भी मार गिराया गया था और उन्हें पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद वह शुक्रवार की रात को भारत लौटे थे और पीएम मोदी सहित पूरे देश ने उनका भव्य स्वागत किया था।

अभिनंदन का जज्बा है ऊंचा: एक सैन्य अधिकारी ने कहा, ‘यह कोशिश रही है कि वह शीघ्र ही कॉकपिट में लौटें।’ अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान में उत्पीड़न से गुजरने के बावजूद उनका जज्बा काफी ऊंचा है। वह शुक्रवार को रात करीब पौने बारह बजे वायुसेना की उड़ान से राजधानी लौटे थे। उससे करीब ढाई घंटे पहले वह अटारी वाघा सीमा से भारत में पहुंचे थे।बता दें कि पकड़े जाने के बाद अभिनंदन ने बिल्कुल प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने में साहस और शालीनता का परिचय दिया था जिसकी नेताओं, रणनीतिक विशेषज्ञों और पूर्व सैनिकों ने प्रशंसा की थी।

‘भगवान महावीर अहिंसा पुरस्कार’ से सम्मानित होंगे अभिनंदन: बता दें कि भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को ‘भगवान महावीर अहिंसा पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। वह अखिल भारतीय दिगंबर जैन महासमिति द्वारा शुरू किए गए ‘भगवान महावीर अहिंसा पुरस्कार’ पाने वाले पहले व्यक्ति होंगे। संगठन के एक पदाधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। संगठन की महाराष्ट्र इकाई के संयोजक पारस लोहाडे ने यहां कहा कि संगठन के अध्यक्ष मणींद्र जैन नई दिल्ली में लड़ाकू विमान के पायलट को पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की। लोहाडे ने कहा कि इसी साल शुरू किये गये इस पुरस्कार के तहत 2.51 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक स्मृति चिन्ह और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। 17 अप्रैल को महावीर जयंती के अवसर पर अभिनंदन को यह पुरस्कार दिया जाएगा।

रक्षा मंत्री ने की थी तारीफ: गौरतलब है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बी एस धनोआ ने शनिवार को वर्धमान से अलग अलग भेंट की थी। उस दौरान वर्धमान ने पाकिस्तान में हिरासत के दौरान मानसिक उत्पीड़न के बारे में बताया। रक्षामंत्री ने उनके साहस की प्रशंसा की और कहा कि राष्ट्र उनकी निस्वार्थ सेवा के प्रति आभारी है।