UP News: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ का निष्काषन रद्द कर दिया और उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया। ऐसा उन्होंने इसलिए किया क्योंकि अशोक सिद्धार्थ ने अपनी गलतियों के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी थी। मायावती के भतीजे आकाश आनंद के ससुर सिद्धार्थ को इस साल फरवरी में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उन पर आकाश आनंद का राजनीतिक करियर बर्बाद करने का भी आरोप लगाया गया था।

सिद्धार्थ ने शनिवार को सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए लिखा, “पार्टी का काम करते हुए जाने-अनजाने में, गलत लोगों के प्रभाव में आकर मुझसे जो भी गलतियां हुई हैं, उनके लिए मैं आदरणीय बहनजी से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। मैं आदरणीय बहनजी से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि मुझे माफ कर दें, मैं भविष्य में कभी गलती नहीं करूंगा और पार्टी के अनुशासन में, उनके मार्गदर्शन और निर्देशन में ही काम करूंगा।” सिद्धार्थ ने यह भी आश्वासन दिया कि वह रिश्तेदारी का कोई अनुचित लाभ नहीं उठाएंगे और उन्होंने मायावती से पार्टी में उन्हें फिर से शामिल करने का आग्रह किया।

मायावती ने निष्कासन रद्द किया

मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जवाब दिया। उन्होंने लिखा, “हालांकि उन्हें अपनी गलती का एहसास बहुत पहले ही हो गया था और वे विभिन्न स्तरों पर लगातार खेद व्यक्त करते रहे थे, आज उन्होंने सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त किया है। इसे ध्यान में रखते हुए, पार्टी और आंदोलन के हित में, उन्हें एक और मौका देना उचित समझा गया है। इसलिए, बसपा से उनके निष्कासन का निर्णय तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है, अर्थात उन्हें पार्टी में फिर से शामिल किया जाता है।”

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मायावती ने इस साल मार्च में अपने भतीजे आकाश को बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से यह कहते हुए निष्कासित कर दिया था कि सिद्धार्थ से उनके दामाद होने के नाते उनके संबंध इस कार्रवाई का कारण बने हैं। अगले दिन, उन्होंने आकाश को पार्टी से निष्कासित कर दिया और कहा कि वह लगातार अपने ससुर के प्रभाव में आ रहे हैं। बसपा चीफ के रिश्तेदार होने के कारण सिद्धार्थ को पार्टी संगठन में एक प्रमुख व्यक्ति माना जाता था, लेकिन फरवरी में कुछ नेताओं द्वारा यह शिकायत किए जाने के बाद कि वह गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं, सिद्धार्थ पार्टी से बाहर हो गए।

आकाश आनंद ने भी मांगी थी माफी

अप्रैल में आकाश ने भी सोशल मीडिया पर माफी मांगी थी और मायावती ने उन्हें माफ करते हुए पार्टी में काम करने का एक और मौका दिया था। उस समय उन्होंने कहा था कि आकाश के ससुर को कोई राहत नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा था, “आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ की गलतियां अक्षम्य हैं। उन्होंने गुटबाजी जैसी घोर पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ-साथ आकाश का करियर बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसलिए उन्हें माफ करने और पार्टी में वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता।”

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